नयी दिल्ली, 27 जून (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण में आपातकाल के उल्लेख पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया पर कटाक्ष करते हुए गुरुवार को कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था में यकीन नहीं करती है, तभी आपातकाल की चर्चा से वह परेशान हो जाती है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि आपातकाल लगे 50 साल हो गए।
कल लोकसभा अध्यक्ष ने भारत के लोकतंत्र के काले अध्याय की चर्चा की और आज राष्ट्रपति ने भी अपने अभिभाषण में आपातकाल की चर्चा की।
उन्होंने कहा, “सबसे आश्चर्य की बात यह है कि 50 साल बाद भी कांग्रेस पार्टी अपने इस पाप को ढो रही है।
इसकी चर्चा होते ही तल्खी लग जाती है, कांग्रेस पार्टी छटपटाने लग जाती है।
”
श्री प्रसाद ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकारों को मीसा के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रेस को सेंसर कर दिया गया और इंडियन एक्सप्रेस का प्रकाशन बंद कर दिया गया।
किसी को भी सरकार के खिलाफ कुछ भी लिखने की इजाजत नहीं थी।
जबरन नसबंदी की गई थी।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रेस पर सेंसरशिप लगाई गई थी, इंडियन एक्सप्रेस का प्रकाशन बंद कर दिया गया था, सरकार के खिलाफ आप एक शब्द भी नहीं लिख सकते थे।
हजारों की संख्या में जबरन नसबंदी की गई थी, दिल्ली में तुर्कमान गेट को नेस्तनाबूद कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि एडीएम जबलपुर मामले में न्यायमूर्ति एच आर खन्ना ने कहा था कि आपातकाल के बावजूद लोगों के मौलिक अधिकार नष्ट नहीं होंगे, तो उन्हें एक महीने के लिए भी भारत का मुख्य न्यायाधीश नहीं बनने दिया गया था।
उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को पद से हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने अनुकूल निर्णय नहीं दिये।
श्री प्रसाद ने कहा, “कांग्रेस न तो लोकतंत्र में विश्वास करती है और न ही लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में।
आपातकाल का जिक्र और चर्चा मात्र से श्री राहुल गांधी और उनकी पार्टी परेशान हो जाती है।
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