विधायक हनी बघेल ने कलेक्टर को पत्र लिखकर विभागीय अधिकारियों के साथ दोषी स्कूल संचालकों पर की कार्यवाही की मांग
कुक्षी।नवीन शिक्षा सत्र शुरू होते ही शिक्षा के मंदिर धन कमाने का जरिया बनकर निजी स्कूल संचालकों की खुली लूट फिर शुरू हो गई।स्कूलों और दुकानदारों के गठजोड़ के चलते प्राइवेट स्कूल जानबूझकर मंहगे पब्लिशर्स की किताब कोर्स में जोड़ कर सिलेबस बदलकर कमीशन के खेल संचालित करते हुए बेख़ौफ़ एनसीईआरटी से लेकर शिक्षा अधिनियम का खुला उल्लंघन कर रहे हैं।
स्कूलों की कमीशन खोरी के चलते फिजूल की किताबों के बोझ से पालकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही वही बस्ते के बढ़ते वजह से बच्चों के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है।बच्चों के भविष्य को सँवारने शिक्षा के मंदिर लूट के अड्डे बनते जा रहे इतना सबकुछ होने के बावजूद भी शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों का स्कूलों की मनमानी पर नकेल न कसते हुए आँखें मूँदकर मौन धारण किये रहना समझ से परे दिखाई दे रहा है।
स्कूलों की मनमानी और विभागीय अधिकारियों की चुप्पी से परेशान पालकों ने विधायक हनी बघेल से मुलाकात कर अपनी पीड़ा व्यक्त की।पालकों ने बताया की बिना गाइड लाइन के स्कूल फीस के साथ ट्यूशन फीस, स्पोर्ट्स फीस,एक्टिविटी फीस आदि ऐसी फीस वसूल कर खुले आम आरटीई नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।साथ विद्यार्थियों की स्कूल यूनिफॉर्म,स्टेशनरी भी निर्धारित दुकान से खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है।विधायक श्री बघेल ने अभिभावकों की पीड़ा को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कलेक्टर को इस आशय का पत्र लिखकर विधानसभा क्षेत्र में संचालित निजी स्कूलों की मनमानी,कमीशनखोरी, एवं शासन के निर्धारित मापदंड के अनुरूप नही संचालित हो रही स्कूलों की जांच कर कार्यवाही किये जाने के साथ ही नियमों की अनदेखी करने वाले क्षेत्र के शिक्षा विभाग के तीनों जिम्मेदार अधिकारियों का इस मामले में संज्ञान नही लेने से क्षेत्र के लोगों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश दिखाई दे रहा है।विधायक ने पत्र में स्कूलों की जांच कर दोषी संचालकों पर दंडात्मक कार्यवाही की मांग की है।