300 बंदियों की क्षमता बढ़ाने के लिये भेजा गया प्रस्ताव
नये बैरक स्टाफ के साथ बढ़ाई जायेगी अन्य सुविधाएं
नवभारत न्यूज
रीवा, 22 जून, नव गठित जिला मऊगंज को जल्द की सब जेल को अपग्रेड़ करते हुए जिला जेल बनाया जायेगा. वर्तमान समय में मऊगंज की सब जेल में 70 से 80 कैदियों को रखने की क्षमता है. किन्तु इसके अपग्रेड हो जाने के बाद यहां 300 से अधिक कैदियो को रखने की व्यवस्था हो जायेगी. इसके लिये जेल मुख्यालय द्वारा शासन को जिला जेल स्वीकृत किये जाने का प्रस्ताव भेजा गया है. यदि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही इसकी स्वीकृत मिल जायेगी. जिला जेल की स्वीकृत मिलने के बाद यहां नये बैरिको का न सिर्फ निर्माण कराया जायेगा बल्कि स्टाफ संख्या के अलावा अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जायेगी. हालाकि यह सब शासन से स्वीकृत मिलने के बाद ही काम शुरू हो सकेगा.
वर्तमान में 70 कैदियो की क्षमता
गौरतलब है कि केन्द्रीय जेल रीवा के अन्तर्गत आने वाली सब जेल मऊगंज में केवल 70 कैदियो के लिये ही व्यवस्था बनाई गई है. किन्तु वर्ष 2023 में मऊगंज को जिला बनाये जाने के बाद इस सब जेल को अपग्रेड़ किये जाने की कार्य योजना तैयार की गई है. सूत्रो की माने तो जेल मुख्यालय द्वारा इस जेल का उन्नयन किये जाने का प्रस्ताव शासन के पास भेज दिया गया है. ऐसे में यदि मंजूरी मिलती है तो जिला जेल बनने के बाद 300 कैदियो की क्षमता वाली यह जेल हो जायेगी. हालाकि यहा क्षमता से अधिक संख्या बढऩे पर जेल मुख्यालय द्वारा अन्य व्यवस्थाओं के लिये भी कार्ययोजना तैयार की गई है.
बढ़ेगा जेल पुलिस बल
जिला जेल बन जाने के बाद यहा पर न सिर्फ अतिरिक्त स्टाफ की व्यवस्था की जायेगी बल्कि जेल पुलिसकर्मियों की भी स्टाफ संख्या बढ़ेगी. बतादें कि मऊगंज जिले में कैदियो को न्यायालय तक लेकर आने-जाने में जहां जिला पुलिस बल की तैनाती होती है तो वही जेल प्रहरियों को भी उनके साथ सहयोग के लिये भेजा जाता है. ऐसे में जिला जेल उन्नयन होने के बाद जेल प्रहरियों के संख्या में बढ़ोत्तरी की जायेगी.
केन्द्रीय जेल रीवा में बनेगे 16 बैरिक
उल्लेखनीय है कि विगत दिनो रीवा प्रवास पर पहुंचे डीजी जेल ने केन्द्रीय जेल का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान 884 बंदियों की क्षमता वाली केन्द्रीय जेल में लगभग 2400 से अधिक बंदी निरूद्ध पाये गये थे. जिसके बाद लगातार जेल में बढ़ रही संख्या को देखते हुए जेल महानिदेशक ने केन्द्रीय जेल में 16 बैरिको का निर्माण कराये जाने के साथ ही दो महिला बैरिको का निर्माण किये जाने संबंधी प्रस्ताव जेल मुख्यालय को भेजने के निर्देश दिये थे. यदि इन प्रस्तावो पर अमल होता है तो केन्द्रीय जेल में 16 नये बैरिक के साथ ही दो महिला बैरिक तैयार हो जायेगे. ऐसे में बढऩे वाली कैदियो की संख्या को न सिर्फ व्यवस्थित किया जा सकेगा बल्कि जेल में कैदियों का रखने वाली परेशानी से भी निजात मिल सकेगी.
केन्द्रीय जेल में 16 बैरिक व दो महिला बैरिको का निर्माण कराये जाने का प्रस्ताव जेल मुख्यालय को भेजा गया है. वही मऊगंज जिला बनने के बाद सब जेल को अपग्रेड करने के लिये जिला जेल बनाने संबंधी प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है. यदि स्वीकृत मिल जाती है तो जिला जेल बनने के बाद यहां 300 कैदियों को रखने की क्षमता हो जायेगी.
एस.के उपाध्याय
जेल अधीक्षक
केन्द्रीय जेल रीवा