कांग्रेस में करारी पराजय के बाद अजय सिंह ने दिखाए तेवर

भोपाल, 06 जून (वार्ता) लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सभी 29 सीटों पर करारी शिकस्त के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता अजय सिंह ने प्रदेश कांग्रेस संगठन की कार्यप्रणाली पर आज तीखा हमला बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के कार्यकाल की समीक्षा की मांग की है।

वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के पुत्र श्री सिंह ने आज यहां एक बयान जारी कर अपने तेवर दिखाए हैं। इसके साथ ही उनका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वे प्रदेश कांग्रेस संगठन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।

श्री सिंह ने श्री पटवारी के कार्यकाल की उच्च स्तरीय समीक्षा की मांग करते हुए कहा कि आखिर श्री पटवारी के कार्यकाल में बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन क्यों थामा। पार्टी छोड़कर अन्य दलों में जा रहे नेता और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए, इस पर भी चर्चा की जानी चाहिए।

राज्य के पूर्व मंत्री श्री सिंह ने लोकसभा चुनाव में प्रदेश में पार्टी को मिली करारी हार पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर इस हार के पीछे प्रमुख कारण क्या हैं, इसकी व्यापक स्तर पर समीक्षा होना चाहिए। उनका कहना है कि इस हार से कांग्रेेस के कार्यकर्ता हताश और निराश हैं, जो कि भविष्य के लिए ठीक नहीं है।

राज्य के विंध्य अंचल के चुरहट विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले श्री सिंह ने कहा कि हाईकमान अब ये शीघ्र तय करें कि आगे मध्यप्रदेश के लिए किस तरह की रणनीति बनायी जाए। श्री सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री द्वय दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की भूमिका पर भी सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि ये दोनों ही दिग्गज नेता अपने क्षेत्रों के बाहर क्यों नहीं निकले।

श्री सिंह ने अपने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि पार्टी हाईकमान इस बात की भी समीक्षा करें कि चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के समर्थन में कौन कौन दिग्गज कहां कहां पहुंचा। उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत पर भी हमला बोलते हुए कहा कि यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि इनकी कांग्रेस में वापसी कभी नहीं हो।

कांग्रेस में अनेक पदों पर रह चुके श्री अजय सिंह ने कहा कि संकट के समय कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में जाने वाले मतलब परस्त नेताओं की कांग्रेस में वापसी हाेनी ही नहीं चाहिए, चाहे वह कितना भी बड़ा नेता क्यों नहीं हो।

इसके पहले श्री सिंह वायरल वीडियो में भी प्रदेश कांग्रेस संगठन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए सुने जा रहे हैं। वहीं प्रदेश भाजपा प्रवक्त नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया एक्स पर इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है, “मध्यप्रदेश में कांग्रेस की करारी हार के बाद सिर फुटव्वल शुरू। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने अब खोला मोर्चा और कहा – जब वर्ष 2013 में नेता प्रतिपक्ष था, कांग्रेस की प्रदेश में हार हुयी तो मैंने इस्तीफा दिया था…जिम्मेदारी तो लेना पड़ेगी।”

राज्य में नवंबर दिसंबर 2023 के विधानसभा चुनाव में परायज के बाद अब कांग्रेस को राज्य की सभी 29 सीटों पर करारी शिकस्त झेलना पड़ी है। राज्य के राजनैतिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी ने “क्लीन स्वीप” करते हुए कांग्रेस को उसके गढ़ छिंदवाड़ा समेत सभी 29 सीटों पर शिकस्त दी है।

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