
रीवा। प्रमुख सचिव पशुपालन उमाकांत उमराव ने जिले के विभिन्न पशु चिकित्सालयों एवं अन्य संस्थाओं का औचक निरीक्षण किया.
उन्होंने संभागीय पशु चिकित्सालय, रोग अन्वेषण प्रयोगशाला तथा कृत्रिम गर्भाधान केन्द्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया तथा आवश्यक निर्देश दिये. प्रमुख सचिव ने सिरखिनी ग्राम पंचायत के पशुपालक के यहां कृत्रिम गर्भाधान से उत्पन्न वत्सों का निरीक्षण कर सेक्स सार्टेड सीमन के और अधिक असरकारक परिणाम के लिए पशु चिकित्सकों को निर्देशित किया. उन्होंने रायपुर कर्चुलियान में नवीन पशु चिकित्सालय के निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाली एजेंसी के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये. प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में दुग्ध उत्पादन वृद्धि के लिए अधिक से अधिक प्रयास किये जाय तथा पशुपालकों को उन्नत नश्ल के पशुओं को पालने तथा दुग्ध वृद्धि के लिए जागरूक करने के भी निर्देश दिये. भ्रमण के दौरान संयुक्त संचालक पशुपालन डॉ. डी.एस. बघेल, उप संचालक डॉ. डीपी सिंह, डॉ. अनवर, डॉ. योगेन्द्र, डॉ. बीबी सिंह एवं डॉ. जेपी त्रिपाठी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे.
