
नई दिल्ली, 15 नवम्बर 2025: रूस के साथ चल रहे भीषण युद्ध के बीच यूक्रेन ने अपनी स्वदेशी रूप से विकसित लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइल, जिसे ‘फ्लेमिंगो’ नाम दिया गया है, का पहला सफल उपयोग किया है। गुरुवार रात यूक्रेनी सेना ने इस मिसाइल का इस्तेमाल किया और एक प्रमुख रूसी तेल रिफाइनरी को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने पुष्टि की कि इस हवाई हमले में रूस और रूसी कब्जे वाले क्षेत्रों में स्थित कई ठिकानों को टारगेट किया गया। यह रूसी तेल सुविधाओं पर यूक्रेन द्वारा किया गया चौथा बड़ा हमला था।
3,000 KM मारक क्षमता और आत्मनिर्भरता
‘फ्लेमिंगो’ मिसाइल को यूक्रेन के घरेलू रक्षा स्टार्टअप ‘फायर पॉइंट’ द्वारा विकसित किया गया है और इसकी मारक क्षमता लगभग 3,000 किलोमीटर तक बताई जाती है। इस स्वदेशी मिसाइल का सफल उपयोग यूक्रेन के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, खासकर जब पश्चिमी सहयोगियों से टॉमहॉक जैसे उन्नत हथियारों की आपूर्ति में अनिश्चितता बनी हुई है। यह सफलता दर्शाती है कि यूक्रेन अब अमेरिकी हथियारों पर अपनी निर्भरता कम करने की दिशा में बढ़ रहा है।
जेलेंस्की ने बताया अब तक की सबसे सफल मिसाइल
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ‘फ्लेमिंगो’ मिसाइल की जोरदार प्रशंसा की है और इसे देश के शस्त्रागार में अब तक की सबसे सफल मिसाइल बताया है। उन्होंने कहा कि रूस को आर्थिक और सैन्य रूप से कमजोर करने के लिए उसकी तेल रिफाइनरियों और ईंधन डिपो को निशाना बनाना सबसे प्रभावी तरीका है। हालांकि, रूसी रक्षा मंत्रालय ने इस मिसाइल हमले पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन 130 यूक्रेनी ड्रोनों को हवा में ही रोकने का दावा किया है।
