नई दिल्ली, 13 नवंबर (वार्ता) राजधानी दिल्ली में शाहदरा पुलिस और स्पेशल स्टाफ के साथ मुठभेड़ के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हाल ही में एक व्यापारी के घर पर गोलीबारी करने वाले एक जबरन वसूली गिरोह से उनके संदिग्ध संबंध होने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान ज़हीर उर्फ आसिफ उर्फ गुड्डू, फारुख और सलमान उर्फ लड्डन के रूप में की है।
शाहदरा के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) प्रशांत गौतम ने बताया, “यह मामला तब सामने आया जब श्री राम कॉलोनी, भोला नाथ नगर निवासी कुणाल अरोड़ा ने शिकायत की कि 2 नवंबर को दो लोगों ने उनके घर के बाहर उनके भाई बंटी को बाहर बुलाकर गोलीबारी की।”
शिकायत के अनुसार हेलमेट पहने हमलावरों ने अपने तीसरे साथी के साथ भागने से पहले गोलीबारी की।
उनकी शिकायत के आधार पर फर्श बाजार पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता और शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
डीसीपी गौतम ने कहा, “तेजी से कार्रवाई करते हुए, एक विशेष टीम ने तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी के आधार पर संदिग्धों का पता लगाया और उन्हें पकड़ लिया।”
पुलिस हिरासत के दौरान आरोपी ज़हीर पुलिस टीम को गीता कॉलोनी के पास यमुना खादर ले गया, जहाँ से अपराध में इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद किया गया। हालाँकि, उसने कथित तौर पर एक पुलिसकर्मी से सरकारी पिस्तौल छीनने की कोशिश की। इसके बाद हुई हाथापाई में पुलिस ने एक गोली चलाई जो ज़हीर के दाहिने पैर में लगी। अधिकारी ने बताया कि गीता कॉलोनी पुलिस स्टेशन में संबंधित धाराओं के तहत एक अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने अपराध में इस्तेमाल की गई एक पिस्तौल, दो ज़िंदा कारतूस, एक मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फ़ोन बरामद किया है।
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें एक सट्टेबाज सचिन उर्फ गोलू ने काम पर रखा था, जिसने अरोड़ा से 30 लाख रुपये की मांग की थी और मांग न मानने पर उनके आवास पर गोली चलाने का निर्देश दिया था।
अधिकारी ने कहा, “ज़हीर ने यह भी बताया कि गिरफ्तारी से पहले वे पूर्वी दिल्ली के दो बार में इसी तरह के हमले की योजना बना चुके है। ”
डीसीपी ने कहा कि तीनों आरोपियों का पिछला आपराधिक रिकॉर्ड है और मुख्य साजिशकर्ता सचिन उर्फ गोलू का पता लगाने के लिए आगे की जाँच जारी है।
