
भोपाल। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, एकता नगर (गुजरात) में आयोजित 15 दिवसीय भारत पर्व 2025 के अंतर्गत आज मध्यप्रदेश दिवस उत्साह और गौरव के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के विविध सांस्कृतिक रंगों ने सभी का मन मोह लिया, और दर्शकों ने कहा भारत का हृदय वास्तव में सबसे सुंदर है।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ल, तथा संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
अतिथियों ने भारत दर्शन परिसर में विभिन्न राज्यों के पर्यटन पवेलियन का अवलोकन किया। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा तैयार थीम पवेलियन में राज्य की पर्यटन, संस्कृति और हस्तशिल्प विरासत को आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया। वहीं मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम (एमपीएसटीडीसी) ने स्टूडियो किचन के तहत प्रदेश के पारंपरिक और प्रादेशिक व्यंजनों की लाइव प्रस्तुति दी, जिनका स्वाद अतिथियों ने सराहा।
सांस्कृतिक संध्या में संस्कृति विभाग द्वारा नृत्य संयोजिका मैत्रेई पहाड़ी के निर्देशन में अमृतस्य मध्यप्रदेश शीर्षक से समवेत नृत्य प्रस्तुति दी गई। इस नृत्यगाथा ने दर्शकों को मध्यप्रदेश की प्राचीन सभ्यता, भक्ति, प्रेम और प्रकृति की लय से जोड़ा।
प्रस्तुति की शुरुआत भीमबेटका की गुफाओं से हुई, जो मानव सभ्यता की प्रारंभिक झलक दिखाती हैं। आगे खजुराहो की मूर्तिकला, सांची के स्तूपों की शांति, चित्रकूट की पवित्रता, उज्जैन-ओंकारेश्वर के ज्योतिर्लिंगों की दिव्यता, ग्वालियर किले की ऐतिहासिकता, मांडू की प्रेमगाथा और ओरछा की भव्यता मंच पर सजीव हुई।
प्रकृति के साथ मानवीय संबंध को बांधवगढ़, कान्हा और पेंच के वनों तथा जबलपुर की संगमरमर चट्टानों के दृश्यों के माध्यम से अभिव्यक्त किया गया। महेश्वरी, चंदेरी और बाघ प्रिंट वस्त्रों में सजे कलाकारों ने मध्यप्रदेश की शिल्प विरासत का गौरव गान किया। कार्यक्रम का समापन नर्मदा आरती के दृश्य के साथ हुआ, जिसने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक भावनाओं से भर दिया।
