
रीवा। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर न्यायिक जगरूकता मैराथन एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश मोहन प्रधान द्वारा मैराथन दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
यह दौड़ स्वामी विवेकानंद पार्क से प्रारंभ होकर शिल्पी प्लाजा होते हुए एडीआर भवन तक संपन्न हुई और विधिक जागरूकता प्रदर्शनी लगाई गई. इस दौरान नागरिको को विभिन्न विधिक सेवा, योजनाओं, उनके लाभ एवं न्याय तक पहुंच की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी गई. मैराथन दौड़ में न्यायाधीशगण, अधिवक्ता सहित विभिन्न सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि मौजूद रहे. प्रदर्शनी में पोस्टर, बैनर एवं पंपलेट के माध्यम से बाल विवाह मुक्त भारत अभियान से संबंधित जागरूकता सामग्री प्रदर्शित की गई. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश मोहन प्रधान ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में जागरूकता लाने का प्रभावी माध्यम हैं. उन्होंने सभी से बाल विवाह, शोषण और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने हेतु एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया.
