लगभग 800 मरीज रोजाना पहुंच रहे जिला अस्पताल
जबलपुर: ज्येष्ठ मास की इस भीषण गर्मी में चल रहे नौतपा के कारण बीमार लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जिसमें खास तौर पर इस भीषण गर्मी में लू लगना,अचानक बेहोश हो जाना (हीट स्ट्रोक) बुखार और उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या जिला अस्पताल में बढ़ती जा रही है। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में डेढ़ गुना मरीजों की संख्या गर्मी के मौसम में बढ़ गई है। जिससे ओपीडी में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय मिश्रा ने बताया कि इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी के कारण बुखार, हीट स्ट्रोक, उल्टी- दस्त के लगभग 800 मरीज रोजाना जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं और ओपीडी में भी इनकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। यह सब बढ़ती हुई गर्मी के कारण हो रहा है हालांकि ओपीडी में इनका इलाज होने के बाद नार्मल दवाई से तीन से चार दिन में यह जल्दी ठीक भी होते जा रहे हैं। परंतु इस भीषण गर्मी में लोगों को बचाव की बहुत जरूरत है और अति आवश्यक कार्य हो तभी धूप में लोगों को निकलने की सलाह भी दी जा रही है।
क्या है हीट स्ट्रोक
यदि किसी भी व्यक्ति को हीट स्ट्रोक होता है तो उसके शरीर का तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट (40 डिग्री सेल्सियस) या उससे ज्यादा हो जाता है। इस स्थिति में बाडी टेंपरेचर को कंट्रोल करने की क्षमता खो देता है। जिस व्यक्ति को अत्यधिक पसीना आना, मांसपेशियों में कमजोरी, चक्कर आना, मतली, उल्टी, और बेहोशी जैसा लगने लगता है। ऐसी स्थिति में तुरंत ही उस व्यक्ति को डॉक्टर से के पास जाना चाहिए और उसका इलाज करवाना चाहिए।
इनका कहना है
नौतपा की इस भयंकर गर्मी में जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिसमें हीट स्ट्रोक और उल्टी दस्त के मरीज पहुंच रहे हैं। लोगों को ऐसी गर्मी में सावधानी बरतनी चाहिए और सादा भोजन के साथ अत्याधिक पानी की मात्रा शरीर में बनी रहनी चाहिए।
डॉ संजय मिश्रा,
मुख्य चिकित्सा अधिकारी