ईटानगर 02 जून (वार्ता) अरुणाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य विधानसभा चुनावों में स्पष्ट बहुमत हासिल करती दिख रही है। यहां भगवा पार्टी ने 10 सीटों पर निर्विरोध सहित 15 सीटें हासिल कर ली हैं। इसके साथ ही कुल 60 सीटों में से 31 सीटों पर आगे चल रही है।
भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के अनुसार इन चुनाव में विजेताओं में बोर्डुरिया-बोगापानी से वांगलिन लोवांगडोंग, विधानसभा उपाध्यक्ष टेसम पोंगटे (चांगलांग उत्तर), नया चेहरा हमजोंग तांगा (चांगलांग दक्षिण), वांग्की लोवांग (नामसांग), और पॉलिन निर्वाचन क्षेत्र से बालो राजा शामिल है।
जबकि निर्दलीय उम्मीदवार वांगलाम साविन (जिन्हें भाजपा का टिकट नहीं मिला था) ने खोंसा पूर्व सीट बरकरार रखी और भाजपा के कामरंग तेसिया को 02 हजार 216 वोटों के अंतर से हराया।
ईसीआई के पास उपलब्ध रुझानों के अनुसार भाजपा 33 सीटों पर, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) छह सीटों पर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) (अजीत पवार) तीन सीटों पर और पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) दो सीटों पर आगे चल रही है।
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती रविवार सुबह छह बजे शुरू हुई। विधानसभा चुनाव 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के साथ हुए थे।
अधिकारियों ने कहा कि मतगणना प्रक्रिया शांतिपूर्ण और परेशानी मुक्त हो यह सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की गई है। मतगणना प्रक्रिया के लिए दाे हजार से अधिक अधिकारियों को तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, कार्यवाही की निगरानी के लिए ईसीआई द्वारा 27 मतगणना पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है। इसके अलावा इस कार्य के लिए 489 मतगणना माइक्रो पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया है।
भाजपा को पहले ही 10 सीटें मिल चुकी हैं। अरुणाचल प्रदेश में 60 सदस्यीय विधानसभा के 50 विधायकों को चुनने के लिए मतदान हुआ जिसमें 83 प्रतिशत मतदान हुआ। 50 विधानसभा सीटों के लिए कुल मिलाकर 133 उम्मीदवार मैदान में थे।
चुनाव लड़ने वाले प्रमुख चेहरों में पक्के-केसांग सीट से राज्य भाजपा अध्यक्ष बियुराम वाहगे, विधानसभा अध्यक्ष पासांग दोरजी सोना (मेचुका), पूर्व मुख्यमंत्री गेगोंग अपांग (नारी-कोयू), कांग्रेस के पूर्व गृह मंत्री कुमार वाई (बामेंग), भाजपा के निनॉन्ग एरिंग (पासीघाट पश्चिम) , वांग्लिन लोवांगडोंग (बोरदुरिया-बोगापानी), और कामलुंग मोसांग (मियाओ) शामिल हैं।
एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों के अनुसार सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने वाली भाजपा को 44 से 51 सीटें हासिल कर प्रचंड जीत मिलने की संभावना है।
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों में भगवा पार्टी ने 51 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर के साथ 41 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया और पेमा खांडू के मुख्यमंत्रित्व में पहली निर्वाचित भाजपा सरकार बनाई।
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) जिसने इस बार कोई उम्मीदवार नहीं उतारा सात सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, उसके बाद कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) पांच और कांग्रेस चार सीटों पर रही। राज्य का क्षेत्रीय संगठन पीपीए एक सीट जीतने में कामयाब रहा। दो निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी हुए थे।
इस बीच अपनी पारंपरिक मुक्तो सीट बिना किसी मुकाबले के जीतने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता और मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सुझाव दिया कि राजनीतिक दल आने वाले फैसले को विनम्रता के साथ स्वीकार करें।
श्री खांडू ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर समझौता नहीं किया जा सकता है और फैसले को विनम्रता के साथ स्वीकार करना सभी के लिए जरूरी है।’
उन्होंने कहा ‘हमारे राज्य के लोग सर्वांगीण विकास की गति को जारी रखने के लिए उत्सुक हैं।’