सीहोर। हर साल की तरह कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में बुधवार को अन्नकूट उत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें बृजधाम की झलक दिखाई दी. मंदिर परिसर में भव्य रूप से गोवर्धन और 56 भोग से गिरिराज की झांकी के समक्ष सजाए गए थे. दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को महाप्रसाद बांटा गया, हजारों की तादाद में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे थे.
महा प्रसादी में 56 प्रकार के भोग लगाए गए. इस मौके पर सुबह अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में यहां पर विठलेश सेवा समिति के तत्वाधान में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क रूप से भोजन प्रसादी की व्यवस्था की थी. शिव महापुराण के पश्चात मंदिर परिसर में अन्नकूट की झांकी सजाई. यहां पर डेढ़ लाख श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया.
परम्परानुसार सुबह कथा वाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा सहित विठलेश सेवा समिति के पदाधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर परिसर के विशाल हाल में अन्नकूट दर्शन का आयोजन किया गया. उसके बाद गौ माता एवं गोवर्धन नाथ की आरती के पश्चात बाबा गोवर्धन नाथ जी एवं कुबेरेश्वर महादेव का प्रसादी का वितरण किया गया. यह सिलसिला लगातार आठ घंटे से अधिक समय तक जारी रहा. इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की.
सुबह से ही यहां पर समिति के कार्यकर्ताओं ने गिरिराज जी के समक्ष छप्पन प्रकार से अधिक व्यंजनों का भोग लगाया गया था. इस भोग में पोषक तत्वों वाली खाद्य सामग्री शामिल की गई. इनमें करीब एक दर्जन से अधिक प्रकार की विभिन्न प्रकार की मिठाईयों के अलावा औषधीय सामग्री जैसे तुलसी, नारियल, अदरक, दही, पनीर, आंवला, पालक, मैथी, ड्राय फू्रट, कद्दू की सब्जी आदि के पकवान शामिल थे. भगवान की पूजा के बाद विभिन्न मिश्रित सब्जियों, पूड़ी, कढ़ी, खीर, सेवा-नुक्ती आदि भोजन के अलावा प्रसादी का वितरण किया गया. दोपहर से चले इस भव्य अन्नकूट उत्सव में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की. भागवत भूषण पंडित मिश्रा ने कहा कि श्री कृष्ण को अन्नकूट का प्रसाद चढ़ाएंगी तो ये आपके लिए विशेष फलदायी होगा.
