
ग्वालियर। ट्रेनों की सुरक्षा के लिए रेलवे ट्रेक के दोनों ओर 5-5 किलोमीटर दीवार खड़ी करेगी। इस दीवार से रेलवे की हाईस्पीड ट्रेनों की सुरक्षा मजबूत होगी। दीवार बनने से अपराधीतत्व एवं अनाधिकृत वैंडर्स आसानी से ट्रेन तक नहीं पहुंच सकेंगे तथा जानवरों की भी सुरक्षा होगी। जो लोग रेलवे ट्रैक पर जाकर सोसाइड कर लेते हैं, उनकी भी जानमाल की रक्षा होगी। इसे लेकर सांसद भारत सिंह कुशवाह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से अनुरोध किया था। दीवार का काम स्वीकृत होने पर सांसद भारत सिंह कुशवाह ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया है। 5 किलोमीटर की एक दीवार की लागत 4.25 करोड़ होगी, यानि दोनों दीवार बनाने पर रेलवे 8.50 करोड़ रुपए खर्च करेगी। यहां बता दें कि आउटर इलाके से सबसे ज्यादा बेसहारा मवेशी ट्रेक तक पहुंच जाते हैं, जिस तेजी से हाइस्पीड ट्रेनों की संख्या और गति बढ़ रही है, इनके सामने यदि मवेशी आ जाएं तो ड्रिलमेंट का खतरा रहता है। आउटर इलाके से मवेशियों के अलावा अपराधी तत्व एवं अनाधिकृत वेंडर भी घुसपैठ करते हैं। बेटिकट यात्रियों को भी कार्रवाई से बचने के लिए आउटर पर उतरने का मौका मिल जाता है। जब दोनों ओर ऊंची दीवार खड़ी हो जाएगी, तो ऐसे लोग आउटर से नहीं भाग सकेंगे। इसी तरह रेलवे लाइन क्रास कर अपनी जान खतरे में डालने वाले लोगों पर भी शिकंजा कसेगा। जब आउटर एरिया से पूरी तरह प्रवेश एवं निकासी बंद हो जाएगी तो रेलवे लाइन क्रासिंग की घटनाएं भी रूकेंगी। हर साल क्रसिंग के दौरान दर्जनों लोग ट्रेनों की चपेट में आ जाते हैं। मवेशियों के ट्रेक पर आने से ट्रेनों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ जाती है। गिट्टी हो जाती है खराब रेलवे ट्रेक पर बिछाई जाने वाली गिट्टी पर बार-बार लोगों की आवाजाही से गिट्टी भी खराब होती है, आसपास की गिट्टी फैलने से बार-बार रखरखाव करना होता है। जब रेलवे ट्रेक के आसपास बाहरी लोग नहीं आएंगे तो यह झंझट भी खत्म हो जाएगा। 49 करोड़ में बनेगा आरओबी ग्वालियर में 57.50 करोड़ के विकास कार्यों की सांसद भारत सिंह के प्रयासों से रेलवे ने स्वीकृति दी है, जिसमें डबरा में ठाकुर बाबा में करीब 49 करोड़ की लागत से रेलवे ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। यहां बता दें कि पिछले दिनों सांसद भारत सिंह कुशवाह ने ठाकुर बाबा आरओबी के लिए रेलवे के डीआरएम के साथ मौके पर जाकर निरीक्षण किया था और डबरावासियों को जल्द आरओबी बनाए जाने का आश्वासन दिया है, जिसके निर्माण का रास्ता अब साफ हो चुका है। शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
