
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप अब भोपाल जिले में विकास का खाका समन्वित और परिणाममुखी रूप में तैयार किया जाएगा। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि सीएम की अध्यक्षता में हुई कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के निर्देशों के आधार पर जिले की विभागवार एकीकृत विकास कार्ययोजना आगामी 10 दिनों में तैयार कर ली जाएगी। इसमें शहरी-ग्रामीण विकास, सड़क, इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि, पशुपालन और मत्स्य विभागों के कार्यों को एक साझा ढांचे में जोड़ा जाएगा।
सिंह ने कहा कि अब विकास योजनाएँ केवल कागजों पर नहीं, बल्कि जनसंवाद और फील्ड एक्शन पर आधारित होंगी। प्रत्येक विभाग को जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करने और जमीनी जरूरतों के अनुरूप व्यवहारिक योजनाएँ तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि जिले की हर योजना का केंद्र गरीब, किसान, युवा और महिला शक्ति होगी। कृषि, पशुपालन और मत्स्य विभागों को संयुक्त नवाचारों की रूपरेखा बनाने के लिए कहा गया है, जिनमें प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन, दुग्ध उत्पादन में वृद्धि और धार्मिक स्थलों के आसपास फूलों की खेती को बढ़ावा देने जैसी पहलें शामिल होंगी।
उन्होंने सभी अधिकारियों को टीम भावना से काम करने और ग्रामीण इलाकों में रात्रि विश्राम करने के निर्देश भी दिए, ताकि योजनाओं के वास्तविक असर का मूल्यांकन कर जनता से सीधा जुड़ाव स्थापित किया जा सके।
