सियासत
देवी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर इंदौर में गौरव दिवस मनाया जाता है. इस बार यह दिवस खास होने वाला है क्योंकि देवी अहिल्याबाई होल्कर की इस बार 300 वी जयंती है. संघ परिवार में मार्च में संपन्न अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में तय कर लिया था कि इस बार अहिल्याबाई होल्कर की 300 भी जयंती के उपलक्ष पर वर्ष भर कार्यक्रम होंगे. मध्य प्रदेश में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा ताई महाजन के नेतृत्व में अहिल्या जयंती के उत्सवों की श्रृंखला प्रारंभ होगी. इस संबंध में प्रदेश सरकार का संस्कृति विभाग सक्रिय हो गया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक प्रांतीय प्राधिकारी ने बताया कि देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के उपलक्ष में उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए समस्त स्वयंसेवक एवं समाज बंधु-भगिनी इस पर्व पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में मनोयोग से सहभाग करेंगे.
उनके दिखाये गए सादगी, चारिर्त्य, धर्मनिष्ठा और राष्ट्रीय स्वाभिमान के मार्ग पर अग्रसर होना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी. मालवा प्रांत में भी तेजी से संघ कार्य बढ़ रहा है. शताब्दी वर्ष को ध्यान में रखकर प्रांत में सभी इकाइयों तक संघ कार्य को पहुंचाने के प्रयास चल रहे हैं. जयंती के उपलक्ष में व्यापक पैमाने पर कार्यक्रम किए जाएंगे. संघ का प्रमुख फोकस सामाजिक कार्यों पर होगा. बहरहाल,लोकसभा की स्पीकर रही सुमित्रा ताई के नेतृत्व में इंदौर में भव्य अहिल्या स्मारक का निर्माण हो रहा है. पिछले दिनों इस संबंध में बैठक आयोजित की गई थी.
सुमित्रा ताई ने गुजरात और महाराष्ट्र से वास्तुविदों और इंजीनियरों को बुलाकर अहिल्या स्मारक के डिजाइन के संबंध में चर्चा की है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले वर्ष अहिल्या स्मारक के निर्माण की घोषणा की थी. मौजूदा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी अहिल्या स्मारक के निर्माण में काफी दिलचस्पी ले रहे हैं. अहिल्या स्मारक का निर्माण करीब 100 करोड़ की लागत से होगा. इसके लिए जो समिति बनी है उसके अध्यक्षता सुमित्रा ताई महाजन को दी गई है. सुमित्रा ताई महाजन को ही इस बात का श्रेय जाता है कि उन्होंने नगर में अहिल्या उत्सव को भव्य तरीके से मनाने की परंपरा डाली.