भारद्वाज ने अधिकारियों को दिए अस्पतालों के आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश

नयी दिल्ली, (वार्ता) दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने विवेक विहार स्थित नर्सिंग होम में आग की घटना के बाद आज स्वास्थ्य विभाग की एक आपातकाल बैठक बुलाई जिसमें अधिकारियों को अपने अपने इलाक़े में चल रहे ऐसे अस्पतालों की आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिये।

श्री भारद्वाज ने पत्रकारों से कहा नर्सिंग होम को 2021 से लेकर 2024 तक चलाने के लिए पंजीकरण की अनुमति मिली हुई थी जिसकी समय सीमा मार्च में समाप्त हो गयी थी I फरवरी में इस नर्सिंग होम की ओर से पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए आवेदन दिया गया था परंतु पर्याप्त कागजात न होने के कारण नवीनीकरण नहीं किया गया था।

उन्होंने बताया कि इस नर्सिंग होम के जो मालिक हैं वह इसी प्रकार का एक और नर्सिंग होम राजधानी में भी चलाते हैं। उन्होंने बताया कि इस घटना से पहले भी इस नर्सिंग होम के मालिक के ऊपर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो अलग-अलग मामलों में दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट और तीस हजारी कोर्ट में मुकदमे चल रहे हैं I उन्होंने बताया कि नर्सिंग होम के मालिक पर एक मामला औचक निरीक्षण के दौरान कुछ कमियां पाई गई थी उस संबंध में चल रहा है।

श्री भारद्वाज ने कहा कि एक अंदेशा जताया जा रहा है कि नर्सिंग होम के सबसे नीचे वाले तल में ऑक्सीजन के रिफिलिंग का काम चल रहा था। उन्होंने कहा कि हम इसकी भी जांच कर रहे हैं कि यदि वहां पर इस प्रकार का कोई काम चल रहा था इसकी जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा कि एक नियम है कि 9 मी से कम ऊंचाई वाले अस्पताल को फायर एनओसी की आवश्यकता नहीं होती है। यही कारण है कि इस अस्पताल ने भी फायर एनओसी नहीं ली हुई थी। उन्होंने कहा कि इस घटना को देखते हुए हमने यह निर्देश दिए हैं, कि सभी अस्पताल चाहे वह एक मंजिला हो या दो मंजिला हो सभी को आग से निपटने के सभी सुरक्षा इंतजाम अपने अस्पतालों में रखने होंगे। उन्होंने कहा कि इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी अस्पतालों में वाटर स्प्रिंकलर सिस्टम और ऑटोमेटिक स्मोक डिटेक्टर लगाए जाएं ताकि इस प्रकार की किसी भी घटना का अंदेशा होने पर तुरंत आग को बुझाया जा सके और किसी भी बड़ी दुर्घटना को होने से रोका जा सके।

श्री भारद्वाज ने बताया कि इस दुर्घटना के समय अस्पताल में मौजूद दो नर्सो ने और वहीं के पांच स्थानीय नागरिकों ने इन बच्चों की जान बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी। इन सभी लोगों का नाम वीरता पुरस्कार के लिए प्रस्तावित करेंगे और सरकार से अनुरोध करेंगे कि इन सभी लोगों को इनके साहस के लिए वीरता पुरस्कार दिया जाए। इस दुर्घटना में दुर्घटनाग्रस्त हुए वह सभी लोग सामान्य तौर पर गरीब तबके के ही लोग हैं तो इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने राजस्व विभाग से भी दुर्घटनाग्रस्त लोगों को मुआवज़ा देने की सिफारिश की है।

दिल्ली में बढ़ती गर्मी को देखते हुए मंत्री ने कहा कि गर्मी बहुत अधिक बढ़ती जा रही है इस स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार के सभी 26 अस्पतालों में दो-दो बेड और लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में पांच बेड लू से पीड़ित मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं।

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