
इंदौर। आज हाईकोर्ट इंदौर में नेशनल लोक अदालत में 233 प्रकरणों का निराकरण किया गया। लोक अदालत में कुल 571 प्रकरणों को सुनवाई के लिए रखा गया था। आज निराकृत किए प्रकरणों में अदालत ने 3 करोड़ 25 लाख रुपए के अवार्ड पारित किए गए है।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देश एवं म.प्र. उच्च न्यायालय खण्डपीठ इंदौर के प्रशासनिक न्यायधीश विवेक रूसिया के आदेश पर हाईकोर्ट इन्दौर में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। नेशनल लोक अदालत के समक्ष सिविल (एम.ए.सी.टी.आदि), रिट एवं क्रिमिनल से संबंधित कुल 571 प्रकरणों को सुनवाई हेतु रखा गया था।
नेशनल लोक अदालत में उच्च न्यायालय खण्डपीठ इन्दौर में प्रकरणों की सुनवाई न्यायाधिपति गजेन्द्र सिंह, न्यायाधिपति पवन कुमार द्विवेदी की खण्डपीठ द्वारा की गई। उक्त खण्डपीठों ने प्रकरणों की सुनवाई करते हुए 233 प्रकरण निराकृत किए हैं। निराकरण किए प्रकरणों में लगभग राशि 3 करोड़ 25 लाख रुपए के अवार्ड पारित गए।
हाईकोर्ट में इस वर्ष की तीसरी नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ उच्च न्यायालय के सभागार में प्रशासनिक न्यायाधिपति विवेक रूसिया ने न्यायधीश गजेन्द्र सिंह और न्यायधीश पवन कुमार द्विवेदी के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर प्रिसिंपल रजिस्ट्रार अनूप कुमार त्रिपाठी, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी नीरज मालवीय,हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष अधिवक्ता रितेश ईनानी, सदस्य अधिवक्ता पीयूष जैन, अमित दुबे सहित अन्य अधिवक्ता ,बीमा कंपंनियों के अधिकारी, उच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
