
सीधी। गणेश प्रतिमा के विसर्जन के लिये गये एक भृत्य की सोन नदी के देवघटा शिव मंदिर के समीप गहरे पानी में डूबने से आज शाम जल समाधि बन गई। हादसे की खबर पाते ही एसडीईआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और डूबे हुये भृत्य की सर्चिंग का काम शुरू किया गया लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण सर्चिंग का काम बंद कर दिया गया। रविवार की सुबह से एसडीईआरएफ की टीम डूबे हुये भृत्य की सर्चिंग का काम शुरू करेगी।
तत्संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत सोन नदी के देवघटा शिव मंदिर के पीछे स्थित घाट में आज शाम करीब 5 बजे गणेश प्रतिमा के विसर्जन के लिये खनिज विभाग का आउटसोर्स भृत्य राजेश कोल उम्र 36 वर्ष गया हुआ था। बताया गया है कि प्रतिमा विसर्जन के लिये जब राजेश कोल घाट के सीढ़ी में मौजूद था उसी दौरान उसका अचानक पैर फिसला और वह गहरे पानी में जा समाया। उपस्थित लोग जब तक कुछ कर पाते राजेश कोल पानी के अंदर पूरी तरह से ओझल हो चुका था। आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पुलिस एवं राजस्व अमला के साथ कई अधिकारी भी पहुंचे साथ ही एसडीईआरएफ के प्लाटून कमांडर मयंक तिवारी भी अपनी टीम के साथ पहुंचे लेकिन प्रारंभिक सर्चिंग के दौरान डूबे हुये भृत्य का कोई सुराग नहीं मिला।
इनका कहना है-
सोन नदी के देवघटा घाट में आज शाम भृत्य के डूबने की सूचना मिली थी। जिसके बाद वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सर्चिंग का काम कुछ समय तक चला लेकिन अंधेरा हो जाने से सर्चिंग रोक दी गई। रविवार की सुबह से सर्चिंग का काम किया जायेगा।
मयंक तिवारी, प्लाटून कमांडर, एसडीईआरएफ
