ग्वालियर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने 20 मई को भोपाल में हुई बैठक को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है कि पार्टी में संविधान के विपरीत 500 से 1000 लोगों की कार्यकारिणी बनाना गलत निर्णय रहा है, जिसे अब पार्टी संविधान के अनुसार ही ठीक करने का निर्णय किया है। इस कदम से यदि किसी नेता को परेशानी होती है तो वह इस बात को समझ ले कि परिवार को ठीक से चलाने के लिए कभी कभी कड़े और विपरीत कदम भी उठाने पड़ते है। उन्होंने प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला है।
डॉ गोविंद सिंह का कहना है कि डॉ मोहन यादव को मुख्यमंत्री बने हुए 6 महीने भी नहीं हुए हैं लेकिन वह पूरी तरह से तानाशाही पर उतारू है, प्रजातांत्रिक संस्थाओं का गला घोटने का काम मोदी के पद चिन्हों पर कर रहे हैं। प्रदेश के 12 लाख शासकीय अधिकारी कर्मचारी यूनियन के जरिये अपनी समस्याएं उठाते थे, सभी कर्मचारी संघों की मान्यता समाप्त कर बात कहने का हक छीनने का काम किया है, उनकी आवाज पर ताला लगा दिया है, मैं इसकी निंदा और मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि जिस तरह का तानाशाह रवैया वे अपना रहे है, प्रदेश की जनता और कर्मचारी बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पार्टी की कमान युवाओं के हाथ में ही
उन्होंने कहा कि अभी संगठन के संविधान के विपरीत 500 से 1000 पद बांट दिए गए है,अब हम इसे ठीक करने जा रहे है। प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र ने हाल ही में भोपाल में बैठक ली थी। अभी से ही आगामी विधानसभा उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी हैं। हम चुनाव के समय नहीं बैठेंगे। 15 जुलाई से लेकर 15 अगस्त तक मंथन अभियान चलाएंगे। प्रदेश में कांग्रेस असफल क्यों हो रही है, इस दौरान उस कमी को ढूंढेंगे और उन्हें दूर भी करेंगे। पार्टी की कमान युवाओं के हाथ में ही है जीतू पटवारी, उमंग सिंघार हमारा पूरा नेतृत्व युवाओं के हाथों में है। मोदी और शाह के विरुद्ध जनता में आक्रोश है जिसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।
तत्कालीन मंत्री और अधिकारियों के खिलाफ जांच हो
इमरती देवी द्वारा प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी की मांग पर उन्होंने कहा कि यदि कभी उनके मुंह से कोई बात निकल गई तो माफी मांग चुके हैं। अब वह कैसे संतुष्ट होगी बता दे, मैं खुद जीतू पटवारी से बात कर खेद व्यक्त कर दूंगा। नर्सिंग घोटाला मामले पर कहा कि डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला से बात की है। उन्होंने इस मामले में गिरफ्तारी की है, मैं उनको और रिटायर्ड जस्टिस रोहित आर्य को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने न्याय के लिए नर्सिंग घोटाले की जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में उस समय के मंत्री और अधिकारियों ने जो फर्जीवाडा किया है, उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए।