बिना पंजीयन और लाइसेंस के चल रहा नर्सिंग होम सील
जबलपुर: पनागर के समीप ग्राम बरौदा स्थित तीन मंजिला भवन में संचालित एक निजी नर्सिंग होम बिना पंजीयन एवं बिना लायसेंस के संचालित हो रहा था। इतना ही नहीं इलेक्ट्रो होम्योपैथी की डिग्री पर नर्सिंग होम में एलोपैथी में इलाज किया जा रहा था। इसका भंडफ़ोड़ कलेक्टर दीपक सक्सेना एवं पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह द्वारा गठित जांच दलों की कार्यवाही के दौरान हुआ।
तहसीलदार पनागर विकास चंद जैन के मुताबिक इस नर्सिंग होम का संचालन स्टार सिटी कटंगी बायपास निवासी श्रीमती संध्या पांडे द्वारा किया जा रहा था। उनके पास इलेक्ट्रो होम्योपैथी की डिग्री थी, लेकिन नर्सिंग होम में एलोपैथी में इलाज किया जा रहा था। इसके प्रमाण के तौर पर यहाँ एलोपैथी की कई दवाईंयां और इंजेक्शन भी पाये गये । जांच दल ने नर्सिंग होम में भर्ती मरीज से बात की यहां दो पलंग युक्त दो कमरे भी पाये गये। इस नर्सिंग होम में भर्ती एक महिला मरीज को एलामीन का इंजेक्शन ( बॉटल ) भी लगाया जा रहा था। हल्के नाम के एक अन्य मरीज ने भी जांच दल को बताया कि वो इस नर्सिंग होम में पूर्व में भी इलाज करा चुका है और उसे इंजेक्शन और दवाएं दी गई थीं।
बिना डिग्रीधारी लगाती थी इंजेक्शन
तहसीलदार जैन ने बताया कि नर्सिंग होम की संचालक ने खजरी निवासी प्रभा यादव को भी सहयोग के लिये रख हुआ है, जो मरीजों को इंजेक्शन लगाने और बॉटल लगाने का काम करती है। इसके पास भी कोई वैध डिग्री नहीं पाई गई।
ऑपरेशन थियेटर में प्रयुक्त उपकरण भी मिले
तहसीलदार पनागर ने बताया कि नर्सिंग होम की ऊपर की मंजिल पर ऑपरेशन में प्रयुक्त किये जाने वाले उपकरण भी रखे पाये गये। हालांकि ऑपरेशन थियेटर संचालित किये जाने के कोई प्रमाण नहीं मिले। तहसीलदार ने बताया कि जांच के दौरान नर्सिंग होम की संचालक भी मौजूद रही। इलेक्ट्रो होम्योपैथी में ही प्रेक्टिस करने की हिदायत दी गई।