ग्वालियर: ग्वालियर की ट्रैफिक में फंसे नगर विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के लिए सीएम डा. मोहन यादव एयरपोर्ट पर इंतजार करते रहे, लेकिन गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारों ने मंत्री विजयवर्गीय को आगे बढ़ने नहीं दिया, जिससे लाचार होकर मंत्री को प्लेन की बजाय देर रात ट्रेन से ही लौटना पड़ा.रिपोर्ट के मुताबिक शहर के ट्रैफिक में कई घंटे फंसने के बाद जब मंत्री विजयवर्गीय को यकीन हो गया कि वो एयरपोर्ट समय पर नहीं पहुंच पाएंगे तो उन्होंने सीएम को हालात की सूचना दी, जिसके बाद सीएम भोपाल रवाना हो गए और मंत्री विजयवर्गीय को इंदौर के लिए ग्वालियर से देर रात ट्रेन पकड़कर रवाना होना पड़ा.
सोमवार को सीएम मोहन के ग्वालियर दौरे के चलते शहर की ट्रैफिक का बुरा हाल था. राजमाता चौराहा सिटी सेंटर और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में सीएम के कार्यक्रम के पहले तिरंगा यात्रा के लिए कई घंटों तक शहर का ट्रैफिक रोक दिया गया, जिससे शहर में जगह-जगह लंबी-लंबी कतारों से गाड़ियां देखीं गईं.
ग्वालियर की ट्रैफिक में बुरी तरह फंसे नगर विकास मंत्री जब देर शाम तक एयरपोर्ट नहीं पहुंच सके तो उन्होंने ट्रैफिक को लेकर नाराजगी जताई.
मंत्री ने कहा कि, ऐसे प्रोग्राम के दौरान नेता और वीआईपी का ही नहीं शहर के लोगों के हितों का भी ध्यान रख जाना चाहिए. सीएम तीन स्थानों विवेक नगर, गाँधी रोड और कर्मचारी आवास कॉलोनी मे शोक श्रद्धांजलि के लिए फेरा करने गए। इस दौरान शहर के अंदर रात तक कदम कदम पर घंटों जाम के हालात दिखाई दिए. इसमें आम लोग तो घंटों फंसे ही रहे। मंत्री विजयवर्गीय भी तीन जगह माधव नगर चौराहा, एलआईसी तिराहा और पड़ाव चौराहे पर जाम में फंस गए.
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पुलिस व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में ट्रैफिक प्लानिंग ऐसी होनी चाहिए कि आयोजन भी चले और आम लोगों का आवागमन भी प्रभावित न हो. उन्होंने कहा कि लापरवाही के कारण सीएम और मंत्रियों को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ता है, जबकि सीएम का आयोजन एक निर्धारित क्षेत्र में था
