देर शाम जबलपुर पहुंचा शव, मची चीख पुकार, परिजनों के नहीं थम रहे आंसू
जबलपुर: शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात पुणे मेेें हुए हाई प्रोफाइल हिट एंड रन में शहर में रहने वाली अश्विनी कोष्टा और उनके दोस्त की मौत हो गई। सडक़ हादसे में जान गंवाने वाली युवती का शव देर शाम जबलपुर लाया गया। शव जैसे ही गृह निवास शक्ति नगर से लगे साकार हिल्स में पहुंचा तो वहां मातम पसर गया। शव देखकर परिजनों में चीख पुकार मच गई। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
जानकारी के मुताबिक सुरेश कुमार कोष्टा शक्ति नगर से लगे साकार हिल्स कॉलोनी में रहते है और बिजली विभाग में कार्यालय सहायक के पद पर पदस्थ हैं। उनका एक बेटा सम्प्रित बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है तो बेटी अश्विनी पिछले 2 सालों से पुणे में रहकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम कर रही थी। परिवार में सबसे छोटी होने के कारण अश्वनी को सभी लोग प्यार से आशी कह कर बुलाया करते थे। 25 साल की अश्विनी कोष्टा 19 मई को अपने दोस्त के साथ बाइक पर पार्टी से घर लौट रही थी। उसी समय पुणे शहर के कल्याणी नगर के पास एक फेमस बिल्डर के 17 साल के बेटे ने तेज रफ्तार में अपनी पोर्शे टेक्कन कार से अश्विनी कोष्टा की बाइक को पीछे से टक्कर मार दी थी मौके पर ही अश्विनी कोष्टा और उनके दोस्त की मौत हो गई। सडक़ हादसे में आशी की दर्दनाक मौत की खबर जैसे ही आई परिवार में मातम छा गया।
जमानत पर परिवार ने जताया विरोध
हादसे को अंजाम देने वाले बिल्डर के नाबालिग बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिसे कोर्ट ने जामनत दे दी है। जिस पर परिवार ने विरोध जताया है। इसके साथ ही अश्विनी के परिवार ने आरोपी नाबालिग के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
इंसाफ दिलाने हर स्तर की लड़ाई लडऩे तैयार
अश्विनी कोष्टा का शव सोमवार की शाम पुणे से जैसे ही उसके गृह निवास पहुंचा तो परिवार में मातम पसर गया। परिजनों का रो-रोककर बुरा हाल है। अश्विनी कोष्टा उर्फ आशी के परिवार वालों का कहना है कि आशी को इंसाफ दिलाने के लिए वे हर स्तर की लड़ाई लडऩे के लिए तैयार हैं