नैनीताल, 06 अगस्त (वार्ता) उत्तराखंड के कुमाऊं में बादल फटने का कहर फिलहाल बुधवार शाम को थम गया लेकिन उसका असर कैलाश मानसरोवर यात्रा पर पड़ा है। कैलाश मानसरोवर यात्रा बुधवार को धारचूला से आगे नहीं बढ़ पाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कैलाश मानसरोवर यात्रा का 48 सदस्यीय चौथा दल मंगलवार को पिथौरागढ़ के धारचूला पहुंच गया था। रात्रि विश्राम के बाद आज दल को उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित पहले आधार शिविर गुंजी पहुंचना था लेकिन अतिवृष्टि के चलते भूस्खलन होने से धारचूला-लिपुलेख मार्ग कई जगह अवरुद्ध हो गया।
आज पिथौरागढ़ जिला प्रशासन और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से युद्धस्तर पर कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग को खोलने का प्रयास किया गया लेकिन बताया जा रहा है कि प्रशासन इसमें असफल रहा।
अंत में यात्रियों को धारचूला में ही रोकने का निर्णय लिया गया। सभी यात्री कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के धारचूला स्थित पर्यटक आवास गृह (टीआरसी) में ठहरे हैं।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार गुरुवार को मौसम ठीक रहा और प्रशासन मार्ग को खोलने में सफल रहा तो यात्री दल कल अगले पड़ाव गुंजी के लिए रवाना होगा।
