
इंदौर. शहर में लगातार बढ़ रही बाइक चोरी की घटनाओं पर शिकंजा कसते हुए लसूड़िया पुलिस ने एक शातिर वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से करीब 22 लाख कीमत की 34 चोरी की बाइक बरामद की हैं. हैरानी की बात यह है कि ये आरोपी वाहन चोरी करने के बाद उन्हें खंडहरों या सुनसान इलाकों में छिपाकर रखते थे और जब किसी खरीदार से “ब्रांड और रंग” का ऑर्डर मिलता, तभी उस तरह की बाइक बेचने के लिए बाहर निकालते थे.
इस पूरे खुलासे में पुलिस को फर्जी इंजन और चेचिस नंबर चढ़ाने के उपकरण भी मिले हैं. गैंग के कुछ सदस्य पीपलरावां देवास के कंजर समुदाय के बदमाशों से ट्रेनिंग लेकर चोरी के इस धंधे में उतरे थे. पकड़े गए आरोपियों में मुख्य आरोपी अभिषेक मालवीय 22 और कैलाश उर्फ गोलू मालवीय 24 हैं, जो देवास के पीपलरावां क्षेत्र के रहने वाले हैं. आरोपियों ने खुलासा किया कि वे मोटरसाइकिल चोरी कर सुनसान जगहों पर खड़ी कर देते थे और खरीदार से ऑर्डर मिलने पर वाहनों को बेच देते थे. पुलिस ने जिन 34 बाइक को जब्त किया है, उनके संबंध में इंदौर और देवास जिले के थानों में 19 एफआईआर दर्ज हैं. गिरोह के सदस्य वाहन की वायर काटकर बाइक डायरेक्ट स्टार्ट कर लेते थे और उन पर नकली इंजन व चेचिस नंबर डालने का काम गैस लाइटर, ग्राइंडर और स्पेशल डाई से करते थे. एक आरोपी जितेन्द्र सेंधव, गांवों में चोरी की बाइक बेचने के लिए गैंग से लगातार ऑर्डर मंगवाता था.
