श्रीनगर, 05 जुलाई (वार्ता) जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्कालीन राजधानी श्रीनगर में गर्मी ने शनिवार को 70 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। यहां आज अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले सात दशक में जुलाई महीने का सर्वोच्च तापमान है। यहां के मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि इससे पहले यहां 1953 में अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। यहां पर रात का तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
गौरतलब है कि कश्मीर में जून से ही भीषण गर्मी पड़ रही है और लगातार चल रही लू ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार श्रीनगर में आज अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो शहर के इतिहास में अब तक का तीसरा सबसे अधिक तापमान है। इससे पहले यहां पांच जुलाई 1953 को अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस और 10 जुलाई 1946 को अब तक के सबसे अधिक 38.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
स्वतंत्र मौसम पूर्वानुमानकर्ता फैजान आरिफ ने कहा कि घाटी में गर्मी ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। उन्होंने असामान्य रूप से भीषण गर्मी को देखते हुए कहा, “ श्रीनगर में आज सामान्य दिन की तुलना में 6.7 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान दर्ज किया गया। पर्यटन स्थलों में पहलगाम में सर्वकालिक रिकॉर्ड तोड़ते हुए अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इससे पहले यहां 21 जुलाई 2024 को अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में अधिकतम तापमान 35.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 2006 के बाद से सबसे अधिक है। कश्मीर के प्रवेश द्वार शहर काजीगुंड में अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो जुलाई महीने में अब तक का दूसरा सबसे अधिक तापमान है। कोकरनाग के अन्य पहाड़ी रिसॉर्ट में 34.0 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो शहर के इतिहास में जुलाई महीने का दूसरा सबसे अधिक तापमान है। उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग के पहाड़ी रिसॉर्ट में दिन का तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है।”
मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 24 घंटों में केंद्र शासित प्रदेश में छिटपुट, हल्की से मध्यम स्तर की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलने के आसार हैं। अगले दो में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने के साथ ही अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और 30-40 किलोमीटर/घंटा की गति से तेज़ हवायें चलने का अनुमान है।