
सेबी ने नियमों के उल्लंघन और बाजार में अनुचित व्यापारिक प्रथाओं के लिए की कड़ी कार्रवाई; जेन स्ट्रीट को 6 महीने के लिए ट्रेडिंग से रोका गया, बाजार की अखंडता बनाए रखने पर जोर।
मुंबई, 4 जुलाई (नवभारत): भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट (Jane Street) पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे भारत में फ्यूचर एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट में ट्रेडिंग से छह महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। यह प्रतिबंध ‘एक्सपायरी-डे’ इंडेक्स में हेराफेरी और बाजार में अनुचित व्यापारिक प्रथाओं में फर्म की कथित संलिप्तता के बाद लगाया गया है। सेबी का यह कदम भारतीय पूंजी बाजार की अखंडता और निवेशकों के हितों की रक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सेबी के अनुसार, जेन स्ट्रीट ने एक्सपायरी डे पर इंडेक्स विकल्पों की कीमतों को प्रभावित करने का प्रयास किया, जिससे बाजार में विकृति पैदा हुई। इस तरह की गतिविधियां बाजार के नियमों का उल्लंघन करती हैं और छोटे निवेशकों के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। नियामक ने अपनी जांच में पाया कि फर्म ने विशिष्ट पैटर्न में व्यापार किया, जिसका उद्देश्य बाजार को अपनी पसंद की दिशा में धकेलना था, ताकि उसे अवैध लाभ मिल सके। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि भारतीय बाजार में किसी भी तरह की हेराफेरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बाजार की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सेबी का जोर, निवेशकों का विश्वास होगा मजबूत
जेन स्ट्रीट पर लगा यह प्रतिबंध भारत में ट्रेडिंग करने वाली विदेशी फर्मों के लिए एक चेतावनी है कि उन्हें भारतीय नियामक ढांचे का सख्ती से पालन करना होगा।
सेबी लगातार ऐसे व्यापारिक पैटर्नों पर नजर रख रहा है जो बाजार में हेरफेर का संकेत दे सकते हैं। इस तरह की सख्त कार्रवाई से भारतीय शेयर बाजार में पारदर्शिता और निष्पक्षता बढ़ेगी, जिससे घरेलू और विदेशी दोनों तरह के निवेशकों का विश्वास और मजबूत होगा। सेबी के इस फैसले के बाद अन्य फर्मों के बीच भी सतर्कता बढ़ी है।
