कोविड-19 वैक्सीन और अचानक मृत्यु के बीच कोई सीधा संबंध नहीं: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का स्पष्टीकरण, भ्रामक दावों को किया खारिज

दुनियाभर के शोधों और आंकड़ों में नहीं मिला कोई वैज्ञानिक प्रमाण; स्वास्थ्य एजेंसियां दोहराती हैं- वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी, अफवाहों से बचें।

नई दिल्ली, 2 जुलाई (नवभारत): कोविड-19 वैक्सीन और अचानक मृत्यु के बीच किसी भी सीधे संबंध को लेकर चल रही अटकलों और भ्रामक दावों को स्वास्थ्य विशेषज्ञों और वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसियों ने एक बार फिर पूरी तरह से खारिज कर दिया है। दुनियाभर में किए गए व्यापक शोधों और विश्लेषणों के बावजूद, अब तक ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है जो वैक्सीन को अचानक होने वाली मौतों से जोड़ता हो।

पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया और कुछ मंचों पर यह दावा किया जा रहा था कि कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद लोगों में अचानक मृत्यु के मामले बढ़े हैं। हालांकि, दुनिया भर की प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थाओं, जैसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC), और विभिन्न देशों की नियामक एजेंसियों ने इन दावों की गहनता से जांच की है। इन सभी जांचों के निष्कर्षों में यह दोहराया गया है कि उपलब्ध वैज्ञानिक डेटा के अनुसार, कोविड-19 वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी हैं, और उनका अचानक मृत्यु से कोई सीधा संबंध नहीं है। विशेषज्ञ बताते हैं कि अचानक मृत्यु के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें पहले से मौजूद स्वास्थ्य स्थितियां, हृदय रोग, या अन्य अज्ञात कारक शामिल हैं, और इन्हें सीधे वैक्सीन से जोड़ना तथ्यात्मक रूप से गलत है।

वैज्ञानिक शोध और डेटा का समर्थन: वैक्सीन के लाभ जोखिमों से कहीं अधिक

वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर आबादी पर वैक्सीन के प्रभावों का अध्ययन किया है। इन अध्ययनों में, वैक्सीन लगवाने वाले और न लगवाने वाले दोनों समूहों में मृत्यु दर और अचानक मृत्यु के मामलों की तुलना की गई है। इन तुलनाओं में वैक्सीन के कारण अचानक मृत्यु का कोई पैटर्न या उच्च जोखिम सामने नहीं आया है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार इस बात पर जोर देते रहे हैं कि कोविड-19 वैक्सीन ने लाखों लोगों की जान बचाई है और गंभीर बीमारी व अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम को कम किया है। वैक्सीन से जुड़े हल्के दुष्प्रभाव, जैसे बुखार या दर्द, सामान्य होते हैं और आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। भ्रामक जानकारी और अफवाहों से बचना महत्वपूर्ण है, और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए हमेशा विश्वसनीय स्रोतों, जैसे कि सरकारी स्वास्थ्य एजेंसियां या प्रमाणित चिकित्सा पेशेवरों पर भरोसा करना चाहिए। वैक्सीन के लाभ, इससे जुड़े किसी भी संभावित जोखिम से कहीं अधिक हैं, और यह वैश्विक महामारी से लड़ने में एक महत्वपूर्ण हथियार साबित हुई है।

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