भोपाल, 01 जुलाई (वार्ता) मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने राज्य की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपत्तिया उइके पर लगाए गए कथित भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सरकार पर हमला बोला है।
श्री सिंघार ने एक्स पोस्ट में कहा, ”जनता को न नल मिला, न जल – मिला तो सिर्फ घोटालों का दल! जल जीवन मिशन के 30,000 करोड़ रुपए में से 1,000 करोड़ रुपए के कमीशन की शिकायत अप्रैल में सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय तक गई, जिसमें मंत्री संपत्तिया उइके और अफसरों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए। मामले को दो महीने तक दबाए रखने के बाद पीएचई विभाग ने जून के अंत में जांच के आदेश दिए और खानापूर्ति करते हुए विभाग ने मंत्री जी को क्लीनचिट भी दे डाली।”
उन्होंने सवाल उठाए कि प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत के फौरन बाद जांच शुरू क्यों नहीं की गई और जांच का जिम्मा किसी स्वतंत्र एजेंसी के बजाय विभाग से जुड़े अधिकारियों को क्यों सौंपा गया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्होंने जल जीवन मिशन की कथित गड़बड़ियों के मुद्दे को कई बार विधानसभा में उठाया है लेकिन सरकार हर बार इस पर जवाब देने से बचती रही। उन्होंने मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की मांग की।
मीडिया में आईं खबरों के अनुसार पूर्व विधायक किशोर समरीते ने इस संबंध में कथित तौर पर प्रधानमंत्री कार्यालय को शिकायत भेजते हुए मंत्री संपत्तिया उइके पर भ्रष्टाचार और करोड़ों रुपए का कमीशन लेने के आरोप लगाए थे। इस शिकायत के बाद विभाग के एक अधिकारी ने जांच के निर्देश दिए और कुछ ही समय में पूरे मामले में मंत्री को क्लीनचिट दे दी।
