छिंदवाड़ा। पेंच परियोजना के माचागोरा बांध में आज सुबह के 11 बजे एक गेट खोला गया। जिसमें 17 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड की दर से पानी पेंच नदी में छोड़ा गया। पेंच परियोजना प्रबंधन ने डेम के निचले हिस्से में गेट खुलने के पहले अलर्ट जारी कर दिया गया था। पेंच प्रबंधन ने गेट खुलने पर नदी का जलस्तर बढऩे की स्थिति में नदी किनारे के किसानों व चरवाहों से नदी के समीप न जाने की भी अपील की है । वही अपने मवेशी ,मोटर पंप सहित अन्य सामग्रियों को भी हटाने की बात कही गई है। किसानों के साथ ही जनप्रतिनिधियों की मांग पर डेम का गेट खोलकर पानी छोड़ा जाना है। किसानों की तीसरी फसल व गन्ने की सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता है।
वन्यजीवों के लिए राहत की सांस 000000000
पेंच परियोजना के तहत आज सुबह एक गेट खोला गया । जिसका पानी पेंच नदी में जाएगा। जिससे चौरई रेंज के जंगलो के बीचों बसी सबसे बड़ी पेंच नदी में पानी की अधिकता बढ़ जाने से इसका फायदा जंगलों के वन्यप्राणी के लिए इस तेज गर्मी में राहत की सांस साबित होगी। गौरतलब हो कि चौरई रेंज के विभिन्न ग्राम पेंच नेशनल पार्क के जंगलों से सटे हुए है। और लगातार इन ग्रामो में वन्यप्राणियों की मूवमेंट बनी रहती है । जंगलो में बस प्राकृतिक स्रोत तेज गर्मी के मोसम की वजह से सूखने की कगार पर है । अपनी प्यास मिटाने के लिए अक्सर वन्यप्राणी ग्रामीण क्षेत्र की और रुख करते है। अब पेंच नदी में पानी की मात्रा अधिक होने से कही न कही वन्यजीवों के वरदान साबित होता हुआ नजर आएगा।