इंदौर:शहर में गंदे नालों का सफाई अभियान पूरी तरह से ठंडे बस्ते में पहुंच गया है. इससे उठने वाली कई बीमारियों और परेशानियों से लोग जूझ रहे हैं. लाख शिकायतों के बावजूद नगर निगम के अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है.सर्वेक्षण के दौरान यह विचार रखा गया था कि गंदे नालों को किस तरह से ढाका जाए लेकिन गंदे नालों से उठने वाली समस्या का निराकरण नहीं हो पाया. मामला वार्ड क्रमांक 8 से जुड़ा हुआ है. वार्ड के जूना रिसाला क्षेत्र में जाकिर कमेटी हॉल से लगा हुआ नाला मौजूद है. नल की दुर्दशा देखकर साफ जाहिर हो रहा है कि यहां सफाई के मामले में नगर निगम बड़ी लापरवाही बरत रही है.
नाले में कूड़ा कचरा का फैला रहता है. वहीं, इसकी पुलिया पर गंदगी एवं कचरा का ढेर दिखाई देता है. गंदगी के कारण मच्छर-मक्खियों से कई तरह की बीमारियां क्षेत्र में फैल रही है. इतना ही नहीं इस नाले पर किसी भी तरह की बाउंड्री वॉल नहीं है, जिससे नाले का पानी ओवरफ्लो होने से गंदगी घरों की देहलीज तक पहुंच जाती है. बताया जाता है कि यहां नाला दो वार्डो के बीच में पड़ता था, जिसके कारण इस नाले की सफाई नहीं हो पा रहा थी लेकिन पिछले कुछ समय पहले इस नाले को वार्ड क्रमांक 8 की सीमा में कर दिया गया. पड़ताल से यह भी मालूम हुआ है कि पूर्व में इस नाले का कार्य किया गया था लेकिन समस्या का निराकरण होने के बजाय लोगों की परेशानियां और बढ़ गई.
इनका कहना है
पिछले दो दिन से कचरा का ढेर पड़ा हुआ है. कई बार बोलने के बावजूद कर्मचारी अभी तक नहीं आए. बुरी तरह से बदबू आ रही है. घरों के अंदर तक बैठना मुहाल हो चुका है.
यूनुस खान
नाला टैपिंग जैसे कार्य किए गए लेकिन पाइप बहुत ही ज्यादा छोटे थे और नाला आकार में बड़ा है. इस वजह से वह पाइप अंदर डूब गए और गंदगी उसके ऊपर से बहन लगी है.
मोहम्मद इरफान
पूरी तरह से नाला खुला हुआ है और न ही उसके ऊपर बाउंड्री वॉल है. गंदगी से उठने वाली कई बीमारियां और परेशानियां लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है. कोई सुनने देखने वाला नहीं.
इरशाद बी