चितरंगी: साझाचूल्हा कार्यक्रम के तहत भोजन पकाने वाले रसोईयों को पिछले दो वर्षो से मानदेय नही मिला है। आरोप लग रहा है कि परियोजना अधिकारी एवं डीपीओ ने इस ओर ध्यान नहीं दिया जिसके चलते रसोईयों को मानदेय नही मिल पा रहा है।अब रसोईयां कार्यकर्ता भी अपने हक की लड़ाई के लिए आवाज उठा रहे हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना इकाई 1 एवं 2 के साझाचूल्हा कार्यक्रम की रसोईयां ने बताया कि पिछले दो वर्षो से पारिश्रमिक मानदेय नही मिला है।
जबकि बमुश्किल से तीन साल में से एक साल का मानदेय मिला है। अब विभाग के अधिकारी बजट का अभाव बताकर मानदेय नही दे रहे हैं। रसोईयों का आरोप है कि यह अड़चन केवल रसोईयों के भुगतान में है। रसोईयां कार्यकर्ता ने इस ओर कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया है।