शिमला, 11 मई (वार्ता) हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा है कि 1500 रुपए प्रति माह पेंशन के अड़ंगे लगाने पर भारतीय जनता पार्टी नेताओं को प्रदेश की मातृशक्ति से माफ़ी माँगनी चाहिए।
श्री पठानिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ने तीन मार्च 2024 को प्रदेश मंत्रिमंडल से मंज़ूरी मिलने के बाद 13 मार्च 2024 को चुनाव आचार संहिता लगने के पहले इस योजना की अधिसूचना जारी कर दी गई थी। लेकिन भाजपा नेता इस योजना के लाभ से महिलाओं को वंचित करने के लिए दो-दो बार चुनाव आयोग के पास गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के विरोध के बाद चुनाव आयोग ने इस योजन के फ़ॉर्म भरने को अनुमति प्रदान कर दी है। लेकिन अब भाजपा नेताओं का महिला विरोधी चेहरा सामने आ चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता जितना मर्ज़ी ज़ोर लगा लें, लेकिन प्रदेश की महिलाओं को 1500 रुपए पेंशन हर हाल में दी जाएगी।
श्री पठानिया ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने अपना चुनावी वादा निभाते हुए 15 मई 2023 को लाहौल-स्पीती जिला के काज़ा क्षेत्र से इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि योजना लागू की गई थी और क्षेत्र की सभी महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह पेंशन मिलना शुरू हुई जबकि एक फ़रवरी 2024 को इसे पूरे लाहौल-स्पीती जिला में लागू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि 16 मार्च 2024 को आचार संहिता लागू होने से पहले इस योजना के लिए प्रदेश से लगभग 50 हजार महिलाओं ने आवेदन किया है और सभी पात्र महिलाओं को पेंशन प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने महिलाओं, विधवाओं एवं एकल नारियों के कल्याण के लिए अनेकों योजनाएँ आरंभ की, जिनका लाभ मिलना उन्हें शुरू हो गया है। समाज के उपेक्षित वर्ग के कल्याण के लिए आने वाले समय में और योजनाएँ धरातल पर लागू की जाएँगी।