ग्वालियर: संविधान व्यक्ति विशेष ने नहीं बल्कि बुद्धिजीवियों ने सामूहिक प्रयास से लिखा था। यह कहना है सामाजिक न्याय मंच रक्षक मोर्चा का। मोर्चा द्वारा हरिशंकरपुरम कॉलोनी के बाद आज दीनदयाल नगर व शताब्दीपुरम में जन जागरण अभियान चलाया गया। क्षेत्रीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। मोर्चा के वरिष्ठ नेता अमित दुबे के मुताबिक इस भेंट मुलाकात में लोगों ने आश्चर्य प्रकट किया कि अभी तक हमको क्यों भ्रमित किया गया .
जबकि संविधान निर्माण समिति में देश के प्रथम राष्ट्रपति एवं संविधान सभा के अध्यक्ष डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, सर वी एन राव, प्रेम बिहारी रायजादा और ग्वालियर के महान सपूत लेफ्टिनेंट कर्नल ब्रजराज नारायण सहित कई बुद्धिजीवियों ने 2 साल अधिक परिश्रम करके संविधान बनाया जिसमें सर बी एन राव ने 343 आर्टिकल स्वयं अकेले लिखे जिसे वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा अपने उद्बोधन में स्वीकारा भी गया फिर भी सत्ता की लालसा के लिए एक ही व्यक्ति को महिमा मंडित क्यों किया गया वहीं इनके अलावा 26 एससी कोटे से इस सभा के सदस्य थे.
जिसमें उप प्रधानमंत्री रहे स्वर्गीय बाबू जगजीवन राम को भी क्यों गुमनामी में रखा गया जबकि दलित आरक्षण पिछड़ा वर्ग आरक्षण दलितों के उत्थान के लिए योजना आदि जुड़वाने में एवं नीति निर्धारण करने में उनकी अहम भूमिका रही वही बाबू जगजीवन राम ने 86 जातियों को एससी वर्ग से आरक्षण दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सामाजिक न्याय मंच ने सर बी एन राव को संविधान निर्माता घोषित करने की मांग की।आज इस अभियान में रक्षक मोर्चा के सदस्य अखिलेश पांडे अमित दुबे ध्यानेंद्र शर्मा नितिन शुक्ला अमित खेमरिया, टिंकल जादौन रोशन भदोरिया मृगेंद्र पाठक शशांक त्रिवेदी गौरव शर्मा छत्रपाल सिंह तोमर शाहिद लगभग आधा सैकड़ा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
