भोपाल। नारियलखेड़ा पंचकल्याणक महोत्सव में पट्टाचार्य विशुद्ध सागर महाराज ने कहा कि दुख देखने से नहीं, दूर करने से जीवन सार्थक बनता है। सत्य को जानना और जीना साधु पुरुषों का कार्य है। गर्भ कल्याणक की आराधना, गोद भराई, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और शोभायात्रा आयोजित हुई।
दुख दूर करने का प्रयास ही सच्चा धर्म
