वाशिंगटन/ब्रुसेल्स, 24 मई (वार्ता) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को यूरोपीय संघ (ईयू) से सभी आयात पर एक जून से 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की और कहा व्यापार वार्ता बेनतीजा रही।
श्री ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा कि यूरोपीय संघ दशकों से अमेरिका का शोषण कर रहा है। उन्होंने ईयू पर भारी व्यापारिक बाधाएं, वैट टैक्स, ज्यादा कॉरपोरेट जुर्माने, मुद्रा में हेरफेर और अनुचित मुकदमों का आरोप लगाया, जिससे हर साल 250 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हो रहा है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति ने कहा कि ईयू के साथ समझौता करना ‘बहुत मुश्किल’ रहा है।
श्री ट्रंप ने लिखा, ”ईयू के साथ हमारी बातचीत कहीं नहीं पहुंची है, इसलिए मैं एक जून 2025 से सीधे 50 प्रतिशत टैरिफ की सिफारिश कर रहा हूं।” बाद में राष्ट्रपति कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ”मैं किसी सौदे की तलाश में नहीं हूं, टैरिफ 50 प्रतिशत तय है। लेकिन अगर वे यहां प्लांट बनाएंगे, तो कोई टैरिफ नहीं लगेगा।” राष्ट्रपति ने दावा किया कि ईयू समझौता करना चाहता है, लेकिन सही तरीके से नहीं करता।
श्री ट्रंप की टिप्पणियां ऐसे समय आईं जब कुछ घंटों बाद ही अमेरिका और ईयू अधिकारियों की व्यापार वार्ता होनी थी, जो अब अधर में लटक गई है। वहीं यूरोपीय आयोग ने कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन ज़रूरत पड़ी तो जवाब देने को भी तैयार है।
ईयू के व्यापार आयुक्त मारोश शेफचोविच ने कहा, ”यूरोपीय संघ– अमेरिकी व्यापार बेजोड़ है और इसे आपसी सम्मान से चलना चाहिए, धमकियों से नहीं। हम अपने हितों की रक्षा के लिए तैयार हैं।”
जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वाडेफुल ने इस कदम पर चिंता जताई और चेतावनी दी कि दंडात्मक टैरिफ दोनों अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा, ”ऐसे टैरिफ किसी की मदद नहीं करेंगे, बल्कि दोनों बाजारों की आर्थिक विकास गति धीमी करेंगे।”
आयरलैंड के प्रधानमंत्री माइकल मार्टिन ने कहा कि ईयू ने ‘सच्चे इरादे’ से काम किया है और टैरिफ दोनों पक्षों के लिए नुकसानदेह होंगे। उन्होंने कहा, ”वार्ता ही एकमात्र स्थायी रास्ता है।”
फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेंट सेंट-मार्टिन ने भी संयम का आह्वान करते हुए कहा, ”हम शांति चाहते हैं, लेकिन जवाब देने को भी तैयार हैं।”
अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेंसेंट ने कहा कि ईयू के अंदर मतभेद वार्ताओं में बाधा बन रहे हैं और कुछ सदस्य देशों को ब्रुसेल्स की बातचीत की शर्तों की जानकारी नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि श्री ट्रंप का टैरिफ धमकी ईयू को सक्रिय करेगी।
राष्ट्रपति ने ऐप्पल से जुड़ी पुरानी लड़ाई भी फिर शुरू की और अमेरिका में न बने आईफोन पर 25 प्रतिशत आयात कर लगाने की धमकी दी, जिसे विशेषज्ञों ने अवास्तविक बताया। इस बयान के बाद ऐप्पल के शेयर तीन प्रतिशत गिर
गए।
श्री ट्रंप ने पहले 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ लगाया था जो व्यापार अधिशेष वाले देशों पर ज्यादा था। इस कदम के बाद 75 से अधिक देशों ने वार्ता की मांग की थी, लेकिन अब राष्ट्रपति श्री ट्रंप अपनी सख्ती बढ़ा रहे हैं। बिजनेस और अर्थशास्त्रियों की चेतावनी के बावजूद वे कड़े रुख पर बने हैं।
ईयू ने कहा है कि अगर अमेरिका ने 50 प्रतिशत टैरिफ लागू किया तो वे 100 अरब डॉलर से अधिक के जवाबी टैरिफ लगाने के लिए तैयार हैं।

