प्रतिबंधित जोन का मखौल उड़ाते अवैध अतिक्रमणकारी
जबलपुर। नेपियर टाउन स्थित कल्चरल स्ट्रीट से लेकर भंवरताल उद्यान तक मार्ग के किनारे चार नाश्ते ,पान गुटखे वालों ने अवैध अतिक्रमण जमा रखा है। हैरानी की बात तो यह है कि इन अतिक्रमणकारियों ने अपनी दुकान ठीक रेड जोन के बोर्ड के नीचे से लेकर आस-पास तक सजा रखी है। इस रेड जोन के बोर्ड के नीचे यह ठेले-गुमटी वाले अपना व्यापार चला कर प्रशासन के नियम कायदे कानून कि धज्जियां उड़ा रहे है। जानकारों की माने तो कल्चरल स्ट्रीट से लेकर भंवरताल उद्यान के गेट तक लाइन से यह अवैध अतिक्रमणकारियों का कब्जा हो चला है। सुबह से लेकर रात तक यह चाय-पान के ठेले इस मार्ग पर जमे रहते है। दिन से लेकर देर शाम के बाद तत्वों का ढेरा डल जाता है। जिसके चलते कल्चरल स्ट्रीट पर शहर करने आने वाले आमजनों के मन में डर का माहौल बना रहता है। इतना ही नहीं इस तरीके से सजी दुकानें में से निकलने वाली गंदगी भी जहॉं-तहॉं फेंक दी जाती है।
प्रतिबंधित है दुकान सजाना
कल्चरल स्ट्रीट के आस-पास के मार्ग पर निगम द्वारा रेड जोन का बोर्ड लगाकर साफ चेतावनी दी गई थी। जिसके मुताबिक उक्त जगह पर व्यापार करना एवं जगह पर कब्जा करना अपराध की श्रेणी में आता है। जिसके उल्लंघन करने पर चालान या कारावास दोनों का प्र्रावधान है। बावजूद इसके अवैध कब्जेधारी सीना ठोक कर अपना व्यापार कर रहे है। शहर की पहली कल्चरल स्ट्रीट के पास फैली अव्यवस्था ना जाने प्रशासन को नजर क्यों नहीं आती है। इतना ही नहीं इन अवैध कब्जेधारियों के कारण मार्ग में कई बार जाम के हालात भी बनते दिखाई देते है।
कल्चरल स्ट्रीट के दाखिल एवं निकासी के द्वार पर ऑटों चालकों द्वारा अवैध ऑटों स्टेड बना लिया गया है। दिनभर यह ऑटों चालकों का इन आस-पास सजी दुकानों पर डेरा डला रहता है। ऑटों चालकों स्ट्रीट के द्वार के समक्ष वाहन लगा कर रास्ता ब्लॉक कर देते है जिसका खमियाजा पैदल यात्रियों को भुगतान पड़ता है। सूत्रों की माने तो इन ऑटों चालकों को मना एवं टोकने पर वह बोलते है कि यहॉं सवारी के साथ आए है। इन ऑटों चालकों के इस तरीके से चौपाल लगाने के कारण महिलाएं एवं बच्चों को स्ट्रीट में दाखिल एवं निकलने पर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नगर प्रशासन को रेड जोन पर संचलित हो रही दुकानों पर कारवाई कर इनको यहां से विस्थापित करना चाहिए।