अंबेडकर प्रतिमा विवाद बढ़ा, राज्यपाल का कार्यक्रम स्थगित

ग्वालियर: 17 मई को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के अनावरण का कार्यक्रम टल गया है। इस कार्यक्रम में प्रदेश के राज्यपाल शामिल होने के लिए ग्वालियर आने वाले थे। उनका कार्यक्रम निरस्त हो गया है। वहीं प्रतिमा की स्थापना को लेकर अब प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश से सोमवार को उच्च न्यायालय अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों से चर्चा के बाद ही निर्णय होगा।

बार के अध्यक्ष पवन पाठक ने कहा कि चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत से इस मुद्दे पर चर्चा हो चुकी है। उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि बार की सहमति के बाद ही यहां प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। पाठक ने बताया कि चीफ जस्टिस से सोमवार को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बार को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि हम उनके समक्ष अपना पक्ष रखेंगे। पाठक ने कहा कि इस मामले में जो भी सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा उसका पालन हम करेंगे।

डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना को लेकर जैसे ही उच्च न्यायालय में निर्माण कार्य शुरू हुआ उसके बाद ही उच्च न्यायालय अभिभाषक संघ ने अपना विरोध शुरु कर दिया था। बार का कहना था कि बार को बिना जानकारी दिए यहां प्रतिमा की स्थापना की जा रही है। वहीं इस संबंध में समिति के सात सदस्यों में से दो सदस्यों ने ही इसके लिए सहमति दी थी। जब निर्माण कार्य नहीं रुका तब बार ने न्यायालय के गेट पर अपना धरना आंदोलन शुरु कर दिया था। यह धरना लगातार चला। इस बीच गत दिवस प्रतिमा की स्थापना के लिए गत दिवस प्रतिमा लेकर ट्रकऔर केन पहुंची।

इसकी जानकारी मिलते ही बार के सदस्य वहां पहुंच गए और उन्होंने विरोध शुरु कर दिया। वहीं प्रतिमा की स्थापना का समर्थन करने वाले भी यहां पहुंच गए। मामला तनावपूर्ण होने पर यहां भारी पुलिस बल भेजा गया। इसके बाद इस मार्ग को ही बंद कर दिया। दिन भर वले विरोध के बाद आखिर यह प्रतिमा न्यायालय परिसर के अंदर प्रवेश नहीं कर पाई। बाद में सभी पक्षों के बीच चर्चा हुई जिसमें आपसी सहमति से निर्णय लेने की बात कही गई है। इस दौरान कई बार समर्थक और विरोधी आमने-सामने आए और उनमें विवाद भी हुआ लेकिन भारी पुलिस बल के कारण मामला शांत रहा।
प्रतिमा को हटवाया
उच्च न्यायालय में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा की स्थापना को लेकर हुए विवाद के बाद उत्पन्न हुई स्थितियों को देखते हुए इस प्रतिमा को मूर्तिकार प्रभात राय के स्टूडियो पर भेज दिया गया है। गत दिवस इस प्रतिमा को स्थापित करने का समर्थन करने वाले लोग प्रतिमा को न्यायालय परिसर में ही रखे जाने पर अड़े हुए थे जबकि जो लोग इसका विरोध कर रहे थे वे चाहते थे कि विवाद के निराकरण तक इस प्रतिमा को अन्य स्थान पर रखा जाए जिससे प्रतिमा भी सुरक्षित रहेगी।

हाईकोर्ट पर पुलिस तैनातः डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा को लेकर हुए विवाद को देखते हुए आज भी उच्च न्यायालय के गेट पर भारी पुलिस बल तैनात है। गत दिवस विवाद को देखते हुए हाईकोर्ट वाले मार्ग को राजमाता विजयाराजे सिंधिया चौराहे से ही बंद कर दिया गया था। चूंकि मामला अब चीफ जस्टिस के यहां पहुंच गया है इसलिए विवाद फिलहाल शांत होने के बाद भी सुरक्षा की दृष्टि से यहां पुलिस बल को तैनात किया गया है।

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