भोपाल। मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने आज कहा कि जहां-तहां महिलाएं शराब दुकानों के आवंटन को लेकर विरोध कर रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि कहीं हम शराब वितरण नीति के प्रति लापरवाह तो नहीं हो गए हैं। इस लिए विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं।
पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि अभी चौकीदार जिंदा है। हाथ में पत्थर की जरूरत नहीं लगती गाय के गोबर की चोट ज्यादा भारी पड़ेगी। उमा ने कहा दो साल पहले शराब बंदी को लेकर व्यापक अभियान चला जिसके बाद 2023 में नई शराब नीति आई जो व्यापक विचार विमर्श से बनी थी। जिससे मप्र एक-दो साल में शराब बंदी की ओर बढ़ता मैं भी दो साल से उसी नीति के प्रभावी ढंग से लागू होने का इंतजार कर रही थी। उन्होंने कहा नई सरकार में भी मेरी इस मसले पर चर्चा हो रही थी। क्योंकि हमारी सरकार और मुख्यमंत्री हों तो आपस की बात सार्वजनिक नहीं करते । इस लिए लोगों को लगा होगा कि मैं तटस्थ हो गई हूँ लेकिन ऐसा है नहीं और मेरे अंदर हलचल मची हुई है।