
नव भारत न्यूज
इंदौर। भाजपा और संघ आज संविधान का सम्मान कर रहे है, यह प्रसन्नता का विषय है। यह वही आरएसएस है, जिसने संविधान की प्रतियां जलाई थी, जिसने तिरंगे झंडे का अपमान किया था। इनकी विचारधारा में परिवर्तन नही आया है। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मीडिया से चर्चा में कही।
कांग्रेस राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज महू में बाबा साहब अम्बेडकर स्मारक पर माल्यार्पण किया । इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि संघ और भाजपा स्मारक पर शीश नवाते है , लेकिन लोकतांत्रिक विचारों का पालन नहीं करते है। इनकी विचारधारा में परिवर्तन नहीं आया है, इनकी पृष्ठभूमि गांधी जी की हत्या करना और नफरत फैलाना है।
आज प्रदेश में अनुसूचित जाति और जनजाति की जमीनों और पट्टों पर दबंगों द्वारा कब्जा किया जा रहा है, उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अनुसूचित जाति और जनजाति के विकास के बजट को कम किया है। साथ ही कई स्थानों पर उनका अधिकार समाप्त किया है। बाबा साहब के संविधान की नीतियों का संघ और भाजपा पालन करे तो बेहतर होगा।
वक्फ बिल पर सिंह ने कहा कि यह पूरी तरह से असंवैधानिक है। कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और विवेक तनखा जैसे देश के नामी वकील वक्फ बिल का विरोध कर रहे है। उनका भी यही कहना है कि वक्फ बिल पूरी तरह से असंवैधानिक है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी द्वारा वक्फ बिल को सही बताने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे वकील नहीं है और न ही कानून के ज्ञाता है।
