मंदिर के मुख्य पुजारी प.दीपेश व्यास ने बताया कि इस बार भगवान राम जानकी शीश महल से श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे.रामनवमी पर दोपहर 12 बजे महा आरती होगी और विशेष भोग लगाया जाएगा. उसी दिन सुबह अखंड रामायण का पाठ शुरू हो जाएगा. शीश महल में मोगरे के फूलों से सजावट की जाएगी. पूरा मंदिर परिसर हर बार की तरह विशेष साज सज्जा के साथ आकर्षक श्रृंगार में भगवान श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे.
दर्शन की विशेष व्यवस्था
अखंड रामायण पाठ का समापन हनुमान जयंती के दूसरे दिन कांकडा आरती के साथ संपन्न होगा. मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु विशेष व्यवस्था की जा रही है. जिससे भीड़ को नियंत्रित करने में आसानी होगी. इस अनुमान है कि सुबह से रात तक 5 लाख से ज्यादा दर्शनार्थी दर्शन करने पहुंचेंगे.