मुंबई, 31 मार्च (वार्ता) मुंबई में मार्च 2025 में रियल स्टेट बाजार के कारोबार में उल्लेखनीय मजबूती दिखी और इस माह के दौरान 15,603 सम्पत्तियों के पंजीकरण के साथ राज्य सरकार को रिकॉर्ड 1,597 करोड़ रुपये के स्टाम्प शुल्क की प्राप्ति हुई ।
यह जानकारी रियल एस्टेट पारमर्श कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया ने सोमवार को एक मासिक रिपोर्ट में दी।
रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2025 में महानगर में रियल एस्टेट संपत्तियों का पंजीकरण एक साल पहले इसी माह की तुलना में10.3 प्रतिशत अधिक रहा। इसी तरह इस बार मार्च में स्टाम्प शुल्कसंग्रह में सालाना आधार पर 45 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि हुई। यह दर्शाता है कि मुंबई में इस दौरान अपेक्षाकृत अधिक उच्च-मूल्य वाली सम्पत्तियों की खरीद-फरोख्त बढ रही है।
नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट में अनुसार महीने-दर-महीने आधार पर मुंबई संपत्ति पंजीकरण में 29 प्रतिशतकी वृद्धि हुई, जबकि स्टाम्प शुल्क संग्रह इससे पिछले माह की तुलना में 71 प्रतिशत प्रतिशत ऊंचा रहा। पिछले 12 महीनों में बिक्री और स्टॉम्प शुल्क संग्रह दोनों में लगातार तेजी बनी रही।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह उछाल मुंबई मेंमकान खरीदने वालों में बड़े उत्साह, मजबूत आर्थिक दशाओं और बड़े पैमाने पर बुनियादी ढाँचे के विकास के मिले जुले सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है। माह के दौरान पंजीकृत रियल एस्टेट सम्पत्तियों में आवासीय संपत्तियों का दबदबा बना रहा और माह में कुल पंजीकरणों में इनका हिस्सा 80 प्रतिशत था।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अनुसार महंगी सम्पत्तियों लेन-देन के चलते मुंबई में दैनिक स्टाम्प शुल्क संग्रह अप्रैल 2024 के 35 करोड़ रुपये से बढ़कर मार्च 2025 में 52 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। पंजीकरण संख्या की तुलना में राजस्व में वृद्धि बाजार में प्रीमियम रियल एस्टेट की ओर बढ़ते झुकाव की प्रवृत्ति की पुष्टि करती है।
दैनिक संपत्ति पंजीकरण भी अप्रैल 2024 में 388 इकाइयों से बढ़कर मार्च 2025 में 503 इकाइयों तक पहुंच गया। वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) 2024 – 25 में पंजीकरण में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जबकि इसी अवधि में स्टांप शुल्क संग्रह में 22 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। वित्त वर्ष 2024-25 में 143,948 संपत्तियों का पंजीकरण दर्ज किया गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 132,2723 संपत्तियां पंजीकृत की गई थीं।
रिपोर्ट में कहा, वित्त वर्ष 2024 -25 में स्टांप शुल्क से राजस्व में मजबूत वृद्धि इस तर्क को और मजबूत करती है कि मुंबई में उच्च मूल्य वाली संपत्तियों की बिक्री में तेजी जारी है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘मुंबई के रियल एस्टेट बाजार ने एक बार फिर अपनी मजबूती का प्रदर्शन किया है। प्रीमियम घरों की मजबूत मांग निरंतर खरीदार के विश्वास और आर्थिक स्थिरता को दर्शाती है, जबकि बड़े अपार्टमेंट के लिए प्राथमिकता घर खरीदारों की बढ़ती आकांक्षाओं का संकेत देती है। आने वाले महीनों में ब्याज दरों में प्रत्याशित ढील से बाजार की धारणा को और मजबूती मिलने की संभावना है।’