नयी दिल्ली, 29 मार्च (वार्ता) भारत और अमेरिका आपसी व्यापार संबंधों के विस्तार तथा आगमी शर्दियों तक एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते करने के साथ जल्द ही अलग-अलग क्षेत्रों के बारे में विशेषज्ञ स्तर की चर्चाएं शुरू करेंगे।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार शुरू में यह बातचीत वीडियो कांफ्रेंसिंग माध्यम से होगी और आगामी शर्दियों तक विविध क्षेत्रों में पारस्परिक व्यापार के विषय में एक द्विपक्षीय समझौते तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है,“भारत और अमेरिका ने बैठक के परिणामों पर संतोष व्यक्त किया और चल रहे सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। दोनों पक्षों ने उम्मीद जाहिर की है कि आने वाले महीनों में बीटीए को अंतिम रूप दे दिया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि समझौता समृद्धि , आर्थिक मजबूती बढ़ाने वाला और पारस्परिक लाभ के साझा लक्ष्यों के अनुरूप हो।”
दानों पक्षों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच वाशिंगटन में फरवरी हुई शिखर बैठक में हुई सहमित के आधार पर 2030 तक पारस्परिक व्यापार को 500 अरब डालर तक पहुंचाने की दिशा में कदम उठाने का लक्ष्य रखा है जिसमें द्विपक्षीय व्यापार समझौते का भी प्रस्ताव किया गया था।
भारत यात्रा पर आए अमेरिका के एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल की नयी दिल्ली यात्रा में दोनों देशों के बीच व्यापारिक मुद्दों पर व्यापक बातचीत में यह सहमति बनी है। इस दल का नेतृत्व दक्षिण एशिया और पश्चिम एशिया के लिए अमेरिका के सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच ने किया। यह दल 25-29 मार्च तक भारत की यात्रा पर था। उनके साथ वार्ताओं का दौर शनिवार को सम्पन्न हुआ।
बैठक सम्पन्न होने के बाद जारी इस प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत-अमेरिका के 13 फरवरी 2025 के संयुक्त वक्तव्य वक्तव्य पर आगे की कार्रवाई के अंतर्गत भारत के वाणिज्य विभाग और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के प्रतिनिधियों ने 26-29 मार्च 2025 को नई दिल्ली में बैठक की। इस बैठक में दोनों पक्षों ने संयुक्त वक्तव्य में द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने पर सहमति व्यक्त की है जिसमें द्विपक्षीय व्यापार समझौता किए जाने की बात भी शामिल है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि निष्पक्ष व्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा और रोजगार सृजन सुनिश्चित करने वाली आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के साझा उद्देश्य को साकार करने के लिए, “दोनों पक्षों ने नयी दिल्ली में चार दिनों की चर्चा के माध्यम से मोटे तौर पर पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) की दिशा में अगले कदमों पर एक समझ बनाई है, जिसका लक्ष्य 2025 की शरद ऋतु तक इसके पहले चरण को अंतिम रूप देना है।”
विज्ञप्ति में कहा गया है कि बीटीए के तहत क्षेत्रीय विशेषज्ञ स्तर की सहभागिता आने वाले हफ्तों में वर्चुअल (आडियो विजुअल) रूप से शुरू होगी और आमने-सामने की शुरुआती बातचीत के दौर का मार्ग प्रशस्त करेगी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि दिल्ली में आज सम्पन्न चर्चाओं के दौरान दोनों पक्षों ने बाजार पहुंच बढ़ाने, प्रशुल्क दरों और गैर- प्रशुल्कीय बाधाओं को कम करने और पारस्परिक रूप से लाभकारी तरीके से आपूर्ति श्रृंखला एकीकरण के विस्तार सहित प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने पर विचारों का उत्पादक आदान-प्रदान किया।
यह बैठक केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की चार-छह मार्च की वाशिंगटन, की यात्रा के बाद हुई है। श्री गोयल ने वहां – अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमीसन ग्रीर और वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक से मुलाकात की थी और उसके बाद दोनों पक्षों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भी बातचीत हुई।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि चर्चाओं का सफल समापन दोनों देशों में समृद्धि, सुरक्षा और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों का विस्तार करने के प्रयासों में प्रगति को दर्शाता है।
भारत को उम्मीद है कि ये कदम व्यवसायों के लिए नए अवसरों को खोलने, द्विपक्षीय आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देने और भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए तैयार किए गए हैं।
