नरवर मगरौनी की 73 वर्षीय रामरती बघेल से डबरा निवासी रामकुमार बघेल और वीरेंद्र राठौर ने जमीन की खरीद-फरोख्त के नाम पर 10 लाख रुपये लिए. आरोपियों ने महिला को झांसा दिया कि वे रुपयों पर ज्यादा ब्याज दिलाकर धन को दोगुना कर देंगे. जब महिला ने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने एक फर्जी एफडीआर थमा दी. यह एफडीआर उर्मिला कुशवाह के नाम की थी, जिसमें गलत तरीके से रामरती का नाम जोड़ा गया था.
बैंक में जांच करने पर एफडीआर के फर्जी होने का पता चला. पीड़िता ने पहले थाने में शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद वे कोर्ट पहुंची. न्यायालय ने मामले को गंभीरता से लिया. कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है