पंचांग 27 मार्च 2025:-
रा.मि. 06 संवत् 2081 चैत्र कृष्ण त्रयोदशी गुरूवासरे रात 8/39, शतभिषा नक्षत्रे रात 10/32, साध्य योगे प्रात: 7/1 तदुपरि शुभ योगे रातअंत 4/29, गर करणे सू.उ. 5/55 सू.अ. 6/5, चन्द्रचार कुम्भ, पर्व- प्रदोष व्रत, शु.रा. 11,1,2,5,6,8 अ.रा. 12,3,4,7,9,10 शुभांक- 4,6,0.
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आज जिनका जन्म दिन है- गुरूवार 27 मार्च 2025
उनका आगामी वर्ष:
वर्ष के प्रारंभ में सामाजिक कार्यो में संलग्नता रहेगी. व्यवसाय में वृद्धि होगी. राजनैतिक लाभ होगा. वर्ष के मध्य में व्यवसाय की स्थिति में सुधार होगा. आय के स्त्रतों में वृद्धि होगी. पूर्व परिचित से भेंट होगीं, कार्यो में सफलता मिलेगी. मन प्रसन्न रहेगा. वर्ष के अन्त में अनावश्यक विवाद से मन खिन्न रह सकता है. स्थान परिवर्तन का योग है.
मेष और वृश्चिक राशि के व्यक्तियों के व्यवसाय में वृद्धिहोगी. राजनैतिक लाभ प्राप्त होगा. वृष और तुला राशि के व्यक्तियों को पूर्व परिचित कार्यो मेंसफलता के योग है. कर्क राशि के व्यक्तियों को मनोनुकूल सफलता प्राप्त होने का योग है. मिथुन और कन्या राशि के व्यक्तियों को अधिक परिश्रम होगा. यात्रा में कष्ट होगा. मकर और कुंभ राशि के व्यक्तियों को स्थान परिवर्तन का योग है. धनु और मीन राशि के व्यक्तियों को अनावश्यक विवादों से मन द्रवित रहेगा.
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आज का भविष्य:गुरूवार 27 मार्च 2025
आज जन्म लिये बालक का फल: –
आज जन्म लिया बालक बुद्धिमान चतुर, भावुक, कल्पनाप्रिय, एवं व्यवहार कुशल, दार्शनिक, हंसमुख और मिलनसार होगा. व्यवसायिक कार्यो में उन्नति करेगा. कानूनी शिक्षा में इनकी रूचि रहती है. माता पिता को सुखी रखेगा. धार्मिक और भक्त होगा.
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मेष– संतान पक्ष में संतोष रहेगा. शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति होगी. व्यापार व्यवसाय अच्छा रहेगा. जल्दबाजी न करना ही हितकर और लाभकारी रहेगा.
वृषभ– सामाजिक कार्यो में यश मिलेगा. कार्य की अधिकता रहेगी. यशा मिलेगा. नियमितता बनी रहेगी. परिश्रम अधिक करना पड़ेगा.
मिथुन– स्वजनों का सहयोग रहेगा. नौकरी में वातावरण अनुकूल रहेगा. धार्मिक कार्य और पूजापाठ में रूचि रहेगी. पद प्रतिष्ठा बनी रहेगी. नियोजित कामकाज बनने का योग है.
कर्क– धैर्य रखकर कार्य करना हितकर रहेगा. दैनिक जीवनचर्या में नियमितता रहेगी. पूज्य व्यक्ति की सलाह उपयोगी सिद्ध होगी. स्वजनों का ध्यान रखे.
सिंह– उत्साह में वृद्धि होगी. व्यवसायिक प्रतिष्ठा बनी रहेगी. निजी कार्यो में व्यस्तता रहेगी. यश, मान सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त होगी.
कन्या– धन, यश, कीर्ति मेें वृद्धि होगी. दूर दराज की यात्रा होगी. परिश्रम अधिक करना पड़ेगा. थकान महसूस कर सकते हैं. उदर विकार से कष्ट होगा.
तुला– अनचाही यात्रा का योग बनेगा. संबंधों में प्रगाढ़ता आयेगी. दायित्वों का निर्वहन होगा. अतिथि आगमन से व्यय बढ़ेगा. साहस बना रहेगा.
वृश्चिक– संतान आदि के कार्यो का निर्वहन होगा. महत्वपूर्ण काम बनेगा. रचनात्मक कार्यो की रूपरेखा पर विचार विमर्श हो सकता है. संयम रखें.
धनु– शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में चल रहे प्रयास सफल होंगे. किसी खास व्यक्ति से मुलाकात होगी. शुभ संदेश मिलेगा. परिश्रम अधिक होगा.
मकर– पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति होगी. मित्रता उपयोगी सिद्ध होगी. मानसिक प्रसन्नता रहेगी. आकस्मिक प्रवास का योग है. साहस संयम रखें.
कुम्भ– अनावश्यक विवादों से बचें. निजी दायित्वों की पूर्ति होगी. मानसिक प्रसन्नता रहेगी. आकस्मिक व्यस्तता रह सकती है.
मीन– किसी खास व्यक्ति से मुलाकात होगी. मानसिक संतोष रहेगा. लाभ में कमी आ सकती है. अपना व्यवहार संयमित रखें प्रवास का योग है.
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व्यापार-भविष्य:
चैत्र कृष्ण त्रयोदशी को शतभिषा नक्षत्र के प्रभाव से गुड़, खांड़, कपास, सन्, सूत, पाट, बारदाना, खली, बिनौला, आदि के भाव में उतार चढ़ाव रहेगा. धनियां, सौंठ, अजवाईन, लालमिर्च, गरम मसाला, के भाव में तेजी होगी. भाग्यांक 4867 है.
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