नई दिल्ली, (वार्ता) उत्तर प्रदेश के आकाश ने मंगलवार को पेरिस 2024 पैरालंपियन राजस्थान के रुद्रांश खंडेलवाल से आगे निकलकर मिश्रित 50 मीटर पिस्टल एसएच1 श्रेणी में खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 का स्वर्ण पदक जीता।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स निशानेबाजी प्रतियोगिता का समापन राजस्थान के नौ पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर रहने के साथ हुआ। इसमें चार स्वर्ण और दो रजत शामिल हैं। उत्तर प्रदेश (दो स्वर्ण के साथ चार पदक) और महाराष्ट्र (दो स्वर्ण के साथ तीन पदक) शूटिंग स्टैंडिंग में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स के इस संस्करण में प्रतियोगिता के दो दिन शेष रहने के साथ, मंगलवार को छठे दिन के अंत तक 166 स्वर्ण पदक तय हो चुके हैं। हरियाणा (30 स्वर्ण के साथ 95 पदक) ने दूसरे नंबर पर स्थित तमिलनाडु (25 स्वर्ण के साथ 67) और उत्तर प्रदेश (22 स्वर्ण के साथ 54 पदक) पर अच्छी बढ़त बना रखी है। राजस्थान के पास 22 स्वर्ण के साथ 60 पदक हैं, लेकिन उसके पास उत्तर प्रदेश से दो कम रजत हैं। यूपी के पास 18 रजत पदक हैं।
आज डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में पैरालंपियनों के बीच रोमांचक मुकाबले में खंडेलवाल ( जिन्होंने पहले पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 में स्वर्ण पदक जीता था), को मंगलवार को फाइनल के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर अपनी पिस्तौल में खराबी के बाद परेशानी का सामना करना पड़ा। इसने 2020 टोक्यो पैरालिंपियन आकाश को स्पष्ट बढ़त दिला दी और उत्तर प्रदेश के निशानेबाज ने तमिलनाडु के संजीव कुमार को पछाड़कर स्वर्ण पदक जीत लिया।
आकाश ने अपना संयम बनाए रखा और अपने अंतिम दो शॉट में 15.7 अंक बनाए और 0.2 से बढ़त बनाए रखते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। उत्तर प्रदेश के बागपत के खेड़की गांव के रहने वाले आकाश ने जीत के बाद कहा कि उनका ध्यान अपने खेल पर था और स्वर्ण पदक जीतकर वे बेहद खुश हैं।
स्वर्ण पदक जीतने के बाद आकाश ने कहा, “मैं खेलो इंडिया पैरा गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर खुश हूं। यह मेरे लिए पहला बड़ा कदम है क्योंकि मैं लॉस एंजिल्स में होने वाले 2028 के पैरालंपिक की ओर अपना सफर शुरू कर रहा हूं और यहां स्वर्ण पदक जीतने से मेरा आत्मविश्वास बढ़ेगा।”
इस बीच, कांस्य पदक जीतने वाले खंडेलवाल ने अपने ओवरआल प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मुझे खेलो इंडिया पैरा गेम्स के दूसरे संस्करण में अपने प्रदर्शन पर बहुत गर्व है। आज जब मैं अपने हथियार को लोड कर रहा था, तो उसमें खराबी आ गई। यह घटना मेरी गलती से नहीं हुई थी। ऐसी खराबी कभी-कभी हो सकती है। मैच कठिन थे, लेकिन मैंने अच्छा खेला और अपने स्किल के अनुसार खेला। इसलिए, मैं समग्र परिणाम से खुश हूं।”
इसी दिन जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम परिसर में पावरलिफ्टर्स ने भी एक्शन में भाग लिया। पांच और श्रेणियां संपन्न हुईं और तमिलनाडु की कस्तूरी राजमणि ( जिन्होंने दिसंबर 2023 में खेलो इंडिया पैरा गेम्स के पिछले संस्करण में स्वर्ण पदक जीता था), ने मंगलवार को महिलाओं की 67 किग्रा श्रेणी में विजेता बनकर अपना दूसरा केआईपीजी स्वर्ण जीता। खेलो इंडिया पैरा गेम्स के एक अन्य पूर्व स्वर्ण पदक विजेता सुमित कुमार ने भी पुरुषों की 97 किग्रा भार वर्ग में अपना खिताब बरकरार रखा।
इंदिरा गांधी स्टेडियम परिसर में टेबल टेनिस मुकाबलों की शुरुआत हुई। पंजाब के सात बार के राष्ट्रीय चैंपियन शुभम वाधवा ने कर्नाटक के जगन्नाथ एचएम को सीधे सेटों में हराकर अगले दौर में प्रवेश किया।