
नयी दिल्ली 21 मार्च (वार्ता) आसियान देशों के रक्षा मंत्रियों और विशेषज्ञ कार्य समूह की आतंकवाद पर 14 वीं बैठक में आतंकवाद और उग्रवाद के उभरते खतरे से निपटने के लिए एक मजबूत और व्यापक रणनीति विकसित करने पर बल दिया गया है।
बैठक में आसियान सचिवालय, आसियान देशों (लाओ पीडीआर, मलेशिया, इंडोनेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड, मलेशिया, फिलीपींस और वियतनाम), एडीएमएम-प्लस सदस्य देशों (चीन, अमेरिका, रूस, ऑस्ट्रेलिया, जापान और कोरिया गणराज्य) के प्रतिनिधिमंडलों ने भाग लिया।
इस दौरान विशेषज्ञ कार्य समूह के सह-अध्यक्षों भारत और मलेशिया ने 2024-2027 चक्र के लिए नियोजित गतिविधियों के लिए कार्य योजना बताई। वर्ष 2026 में मलेशिया में आतंकवाद से निपटने के लिए टेबल-टॉप अभ्यास और 2027 में भारत में फील्ड प्रशिक्षण अभ्यास आयोजित करने की घोषणा की गयी।
दो दिन की बैठक के दौरान आतंकवाद और उग्रवाद के उभरते खतरे से निपटने के लिए एक मजबूत और व्यापक रणनीति विकसित करने के लिए विस्तार से चर्चा हुई। बैठक का उद्देश्य आसियान देशों के रक्षा बलों और उसके संवाद भागीदारों के जमीनी अनुभव को साझा करना था। बैठक ने वर्तमान चक्र के लिए नियोजित गतिविधियों, अभ्यासों और बैठकों तथा कार्यशालाओं की नींव रखी।
इससे पहले म्यांमार और रूस जो 2021-2024 के लिए पिछले चक्र के दौरान आतंकवाद से निपटने के लिए ईडब्ल्यूजी के सह-अध्यक्ष थे ने वर्तमान चक्र (2024-2027) के लिए भारत और मलेशिया को सह-अध्यक्षता सौंपी। भारत वर्तमान चक्र के लिए विशेषज्ञ कार्य समूह की पहली बैठक की मेजबानी कर रहा है।
उद्घाटन सत्र में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने मुख्य भाषण दिया और उद्घाटन समारोह के दौरान भाग लेने वाले प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक गतिशील और उभरती चुनौती बनी हुई है, जिसके खतरे लगातार सीमाओं को पार कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र में आतंकवाद का मुकाबला करने की दिशा में भारत के प्रयासों पर प्रकाश डाला, जिसमें 2022 में यूएनएससी की आतंकवाद-रोधी समिति की भारत की अध्यक्षता के दौरान दिल्ली घोषणा को अपनाना भी शामिल है।
भाग लेने वाले देशों और आसियान सचिवालय के प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों ने भी क्षेत्र में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतिनिधियों ने सांस्कृतिक दौरे के हिस्से के रूप में आगरा का भी दौरा किया।
