नयी दिल्ली (वार्ता) पैरालंपिक कमिटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) ने देश में दिव्यांग खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अत्याधुनिक प्रोस्थेटिक, ऑर्थोटिक और व्हीलचेयर समाधान प्रदान करने वाली जर्मनी की कंपनी ओटोबॉक के साथ रणनीतिक साझेदारी की है।
आगामी विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय एथलीटों को बेहतर प्रदर्शन के लिए सक्षम बनाने के उद्देश्य से, पीसीआई ने जर्मन कंपनी ओटोबॉक हेल्थकेयर के साथ एक रणनीतिक समझौता किया है। दुनिया की अग्रणी कंपनी ओटोबॉक अत्याधुनिक प्रोस्थेटिक, ऑर्थोटिक और व्हीलचेयर समाधान प्रदान करती है। ओटोबॉक 1988 से ही इंटरनेशनल पैरालिम्पिक कमिटी के आधिकारिक तकनीकी सेवा प्रदाता के रूप में कार्य कर रही है। भारत में इसकी उपस्थिति 1998 से है और यह अपने उन्नत उपकरणों के साथ-साथ देशभर में 23 क्लीनिकों का नेटवर्क संचालित कर रही है, जहां दिव्यांग खिलाड़ियों को आफ्टर-केयर सुविधाएं दी जाती हैं।
इस भागीदारी के तहत ओटोबॉक भारतीय खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रोस्थेटिक समाधान, विशेष प्रशिक्षण और आफ्टर-केयर सेवाएं प्रदान करेगा। कंपनी प्रत्येक खिलाड़ी की जरूरत के अनुसार उच्च-गुणवत्ता वाले प्रोस्थेटिक और ऑर्थोटिक उपकरण उपलब्ध कराएगी। साथ ही, एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए कोच और प्रोस्थेटिस्ट को भी उन्नत तकनीकों की जानकारी दी जाएगी।
पीसीआई के कार्यकारी राहुल स्वामी ने इस साझेदारी पर कहा,“ यह गठजोड़ भारत में दिव्यांग खेलों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। ओटोबॉक के साथ मिलकर हम ऐसी संरचना तैयार कर रहे हैं, जिससे जमीनी स्तर पर नई प्रतिभाओं को खोजकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया जा सके।”
ओटोबॉक हेल्थकेयर इंडिया के प्रबंध निदेशक मैट्स फ्रैंक ने कहा, “ हम तकनीकी उत्कृष्टता और मानवीय क्षमता को साथ लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे अत्याधुनिक प्रोस्थेटिक समाधान बायोमैकेनिकल नवाचार और एथलीटों के प्रदर्शन को नई ऊँचाई देने का बेहतरीन उदाहरण हैं। पीसीआई के साथ यह साझेदारी हमारे लिए रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे हमारा लक्ष्य पूरे भारत में दिव्यांग खिलाड़ियों तक अपने नवाचार को पहुँचाना है।”