शनिवार को टीम ने दरगाह क्षेत्र में काम किया
हिन्दू-मुस्लिम पक्ष कर रहे अपने-अपने दावे
धार: भोजशाला में वैज्ञानिक पद्धति से सर्वेक्षण चल रहा है. सर्वे के तहत 37 वे दिन एएसआई के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भोजशाला में प्रवेश कर लिया है. शनिवार को पूरे दिन टीम के सदस्य पूरे परिसर सहित दरगाह क्षेत्र में काम करेंगे. एएसआई की टीम में 22 अधिकारी, 37 मजदूर व पक्षकारों की मौजूदगी में काम चल रहा है.
सर्वे के दौरान कई अवशेष भी मिले हैं, जिन्हें विभिन्न तकनीकों के माध्यम से जांच कर टीम ने संरक्षित कर लिया है. साथ ही इस दौरान हिन्दू पक्षकार ओर मुस्लिम पक्षकारों ने सर्वे को लेकर कई दावे भी किए हैं. पिछले दो दिनों में गर्भगृह के सामने हटाई जा रही मिट्टी में पहले दिन एक दीवार की आकृति दिखाई दी थी, वहीं शुक्रवार एक खंडित प्रतिमा दिखाई दी. ऐसे में टीम का पूरा फोकस इसी क्षेत्र में है, आज भी यहीं पर काम होगा. हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि टीम के सदस्यों और मजदूरों की संख्या में बढ़ गई है. निश्चित रूप से काम में गति आएगी. भोजशाला के गर्भगृह के सामने मिट्टी हटाने के दौरान सनातन धर्म से जुड़ी एक खंडित मूर्ति मिली है जो कंधे से ऊपरी भाग की है. वहीं उन्होंने बताया कि अब तक के सर्वे में कई अवशेष मिले हैं जिनमें तीर भाले सहित कई खंडित चीज भी हैं जो मुस्लिम आक्रांता के आक्रमण की दास्तान कह रही है. दीवारों के ऊपर से शुरुआत है या अंत, यह तो गहराई में जाने के बाद ही पता लग पाएगा.
मॉन्यूमेंट की नुकसान न हो
वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद खान ने बताया कि शुक्रवार मॉन्युमेंट में हमारी आपत्ति के बाद भी जो खुदाई की जा रही है. वहां से एक मूर्ति का ऊपरी हिस्सा सिर्फ चेहरा निकला है जो स्पष्ट दिख रहा है कि महात्मा गौतम बुद्ध की प्रतिमा है. जिसे टीम द्वारा फोटोग्राफी और वीडियो ग्राफी भी कराई गई है. इसके साथ ही कमाल मौलाना दरगाह में ब्रशिंग और क्लीनिंग का काम लगातार जारी है. वहीं 29 अप्रैल को हाई कोर्ट इंदौर में सुनवाई को लेकर उन्होंने कहा कि हमारा वकील उस मामले में तर्क देंगे और आगे अगर सर्वे का समय बढ़ता है तो किस स्थिति में आगे बढ़ेगा किस गाइड लाइन के तहत आगे बढ़ेगा वह स्पष्ट हो जाएगा. हमारी आपत्ति यही है कि मॉन्यूमेंट में किसी प्रकार का नुकसान ना हो उसका स्वरूप चेंज ना हो उच्चतम न्यायालय ने भी यही आदेश दिया है. फिर भी ये लोग पालन नहीं कर रहे हैं, और खुदाई किए जा रहे हैं जिससे स्वरूप चेंज हो रहा है.