दताना मताना में बनेगा एयरपोर्ट, कंपनियों को मनाही

ग्लोबल सबमिट में भी उठा हवाई अड्डे का मुद्दा
हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में करेंगे तब्दील और जमीन करेंगे एमयर
कुल 250 एकड़ जमीन की आवश्यकता

उज्जैन: दताना क्षेत्र में हवाई पट्टी का संचालन वर्षों पूर्व प्रारंभ हुआ था, बीच में वर्षों तक नहीं ली गई, अब सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर एयरपोर्ट की दरकार महसूस की जा रही है, ऐसे में हवाई पट्टी को ही एयरपोर्ट में तब्दील किए जाने को लेकर ग्लोबल सबमिट में भी मुद्दा उठा.

दताना मताना क्षेत्र में दूसरी कंपनियों को आने की मनाही कर दी गई है, यदि कोई भी सरकारी प्रोजेक्ट या निजी फर्म इस क्षेत्र में किसी प्रकार का उद्योग प्रारंभ करना चाहती है, तो उन्हें सीधे अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि दताना मताना हवाई पट्टी क्षेत्र में एयरपोर्ट का प्लान अब धरातल पर उतरने की तैयारी है.

250 एकड़ जमीन की आवश्यकता
उज्जैन में एयरपोर्ट बनाने की दरकार के चलते 250 एकड़ जमीन की है आवश्यकता है. मप्र सरकार उज्जैन में एयरपोर्ट बनाने की तैयारी में जुट गई है. जितनी जमीन अभी पीडब्ल्यूडी के माध्यम से जिला प्रशासन को हवाई पट्टी के लिए मिली हुई है उसमें और इजाफा करना होगा.

महाकाल की नगरी और महाकुंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकाल लोक का लोकार्पण किया था, उसके बाद लगातार दो से तीन लाख से श्रद्धालु प्रतिदिन उज्जैन आ रहे हैं, ऐसे में एयरपोर्ट बनाने की दरकार तेजी से महसूस की जा रही है.

एमपी में यहां एयरपोर्ट
मुख्यमंत्री के आदेश अनुरूप उज्जैन में एयरपोर्ट बनाएंगे. रीवा, सतना, दतिया, गुना, शिवपुरी में भी एयरपोर्ट बन रहा है. इनके बनने से प्रदेश में एयरपोर्ट की संख्या 4 से बढ़कर 10 हो जाएगी.

दो हेलीपैड की भी तैयारी
जिस तरह एयरपोर्ट बनाए जाने को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हुई है ऐसे में जो पहले से दो हेलीपैड प्रस्तावित है उसे पर मोहर लग चुकी है, एक हेलीपैड सदावल क्षेत्र में बनाया जा रहा है दूसरा पुलिस लाइन में हेलीपैड बनेगा। अब दताना मताना हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में तब्दील करने की संभावना तेज हो गई है और उसके लिए जल्द ही बजट का भी प्रावधान किया जाएगा

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