ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी में जमकर हंगामा देखने को मिला. यह हंगामा उस वक्त हुआ, जब नए कुलगुरु पदभार लेने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान एनएसयूआई ने कुलगुरु की कुर्सी को गंगाजल से धोया. जिसके चलते माहौल गरमा गया और नवागत कुलगुरु ने छात्र नेताओ को कानूनी कार्रवाई की धमकी दे डाली।
दरअसल, राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने जीवाजी विश्वविद्यालय में धारा 52 लागू करने का आदेश जारी किया था. इसी के साथ विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अविनाश तिवारी सहित ईसी मेंम्बर्स को बर्खास्त कर दिया गया. राजभवन ने डॉ राजकुमार आचार्य को जीवाजी विश्वविद्यालय का नया कुलगुरु बनाया और वह पदभार लेने के लिए जीवाजी विश्वविद्यालय पहुंचे. इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव कृष्णा भारद्वाज के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता भी जा पहुंचे. प्रदेश महासचिव कृष्णा ने जैसे ही कुलगुरु की कुर्सी को गंगाजल छिड़क कर धोया, वैसे ही हंगामा खड़ा हो गया.
नवनियुक्त कुलगुरु डॉ राजकुमार आचार्य ने पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओं पर कानूनी कार्रवाई करवाने की धमकी दे डाली. मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्डों ने छात्र नेताओ से गंगाजल का लोटा छीना. जिसके चलते छात्र नेताओं का भी गुस्सा फूंट बैठा. हालांकि, वहां मौजूद असिस्टेंट रजिस्ट्रार सहित अन्य प्रोफेसर्स ने छात्र नेताओं को समझाया. इसके बाद माहौल ठंडा हुआ. प्रदेश महासचिव कृष्णा भारद्वाज ने नवनियुक्त कुलगुरु डॉ राजकुमार आचार्य को अपने हाथों से मिठाई खिलाई तो वही कुलगुरु ने भी उन्हें आश्वासन दिया कि जीवाजी विश्वविद्यालय छात्रों के हित में काम करेगा.